माओ साहिब में मनरेगा कार्यकत्र्ताओं व वालंटियर्स की मदद से भरी गई 165 फुट की दरार : अमरेन्द्र

punjabkesari.in Saturday, Aug 24, 2019 - 08:27 AM (IST)

जालंधर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि प्रशासन ने मनरेगा मजदूरों व स्वयं सेवी संस्थाओं के वालंटियर्स की मदद से फिल्लौर के निकट पड़ते माओ साहिब गांव में सतलुज दरिया में आई 165 फुट की दरार को भरने में कामयाबी हासिल कर ली है।

मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा कि बाढ़ से हुई तबाही को देखते हुए पंजाब सरकार केन्द्र के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं तथा जल्द ही लिखित तौर पर एक ज्ञापन केन्द्र सरकार को सौंप दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि माओ साहिब में आई दरार को भरना आसान कार्य नहीं था, परन्तु फिर भी रेत की बोरियों से मनरेगा मजदूरों ने दिन-रात एक करके दरार को भर दिया है, जिससे अब सतलुज दरिया का पानी गांव की तरफ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में अन्य स्थानों पर भी बाढ़ के कारण पैदा हुए हालात को सामान्य बनाने के लिए प्रशासनिक अधिकारी लगातार कार्य कर रहे हैं तथा युद्ध स्तर पर धुस्सी बांध में आई दरारों को भरने का कार्य चल रहा है।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से माओ साहिब में प्रशासन ने कार्य किया है, उसी तरह से अन्य जिलों में भी अधिकारियों को मनरेगा मजदूरों व स्वयंसेवी संगठनों के कार्यकत्र्ताओं की मदद लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले ही प्रशासन को सेना की मदद लेने के निर्देश दे दिए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बाढ़ राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए 1000 करोड़ का तुरन्त राहत पैकेज मांग चुके हैं। गांवों में किसानों की फसलों को भारी नुक्सान पहुंचा है तथा उसके लिए केन्द्र सरकार को उनके बैंक ऋणों को माफ करना चाहिए। उन्होंने मांग की कि इन ऋणों की वसूली पर तत्काल रोक लगा दी जानी चाहिए।


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