फूड विभाग सवालों के घेरे में, सेंपलिंग के नाम पर जनता की आंखों में डाली धूल
punjabkesari.in Sunday, Apr 16, 2023 - 11:27 PM (IST)

लुधियाना (सहगल) : फूड कमिश्नर द्वारा राज्य में स्पेशल सेपलिंग के नाम पर इंटर डिस्टिक टीम का गठन कर दूसरे जिलों में खाने पीने की वस्तुओं के सैंपल लेने के लिए भेजा जाता है, परंतु सैंपल फेल होने पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। ऐसा ही एक उदाहरण गत वर्ष अप्रैल के महीने में फूड कमिश्नर के निर्देशों पर राज्य में खाने पीने की वस्तुओ की जांच के लिए स्पेशल सेंपलिंग कराई गई, जिसमें एक जिले की टीम को दूसरे जिलो में भेजा गया। इस मुहिम के तहत लुधियाना की फूड विंग की टीम ने राजपुरा और पटियाला में जाकर खाने-पीने की वस्तुओं के सैंपल लिए, इनमें से 25 सैंपल की रिपोर्ट फेल आई, परंतु एक वर्ष बीतने के बाद भी एक भी आरोपी के विरुद्ध अदालत में केस लॉन्च नहीं किया गया और अपने तौर पर इन मामलों को दबा दिया गया।
उदाहरण के तौर पर इस दौरान समाना ब्लॉक में एक जगह छापामारी के दौरान 620 किलो नकली पनीर जब्त करने के अलावा 12500 किलो सूखा दूध 13 किलो फैट सप्रेड भी कब्जे में लिया गया। 9 अप्रैल को पनीर के सैंपल अनसेफ आ गए परंतु रूटीन में मामले को रफा-दफा कर अधिकारी चलते बने।
उल्लेखनीय है कि लुधियाना की फूड सेफ्टी विंग की टीम के चर्चे पहले ही आसमानों पर है जिसे लेकर लोगों का सरकार के प्रति भी रोष बढ़ता जा रहा है। बताया जाता है कि पटियाला जिले में जिन खाने पीने की वस्तुओं के 25 सैंपल फेल हुए थे, उनमें से किसी को भी नोटिस नहीं भेजा गया। यहां यह भी गौरतलब है खाने पीने की वस्तुओं के सैंपल लेने की रिपोर्ट हर महीने उच्च अधिकारियों को भेजी जाती है परंतु उनके चश्मे ऐसी रिपोर्टों पर फोकस नहीं करते।
क्रीम में मिले थे कीड़े पर सैंपल हो गया पास
इसी मुहिम के दौरान राजपुरा से फूड बिजनेस ऑपरेटर के क्रीम के सैंपल लिए गए क्रीम में कीड़े चल रहे थे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. गुरप्रीत सिंह ने इसे बड़ी शान से सीएम पोर्टल पर डालने के अलावा उच्च अधिकारियों को भी सूचित किया परंतु जब रिपोर्ट आई तो सैंपल पास हो गए। इसी बीच फूड सेफ्टी अफसर ने 70- 80 किलो के करीब क्रीम को नष्ट करा दिया परंतु सैंपल पास आने पर उक्त फूड बिजनेस ऑपरेटर को कोई मुआवजा नहीं दिया गया और न ही कीड़े चल रही क्रीम के सैंपल कैसे पास होने के मामले मे कोई जांच कराई गई।
10 क्विंटल मिलावटी देसी घी गायब होने पर अधिकारियों पर नहीं हुई एफ आई आर
जिले के बाडेवाल रोड पर स्थित 10 क्विंटल मिलावटी घी का स्टॉक सील करने के नाम पर उसे गायब कराने के एवज में न तो फूड बिजनेस ऑपरेटर पर कोई कार्रवाई हुई और न ही अधिकारियों पर पुलिस में मामला दर्ज कराया गया। इस सिलसिले में जिला स्वास्थ्य अधिकारी और फुड सेफ्टी अफसर एक दूसरे को आरोपी ठहरा रहे हैं, जबकि अधिकारियों का मानना है कि दोनों ही कसूरवार हैं। इसके बावजूद इन पर कार्रवाई होनी बाकी है। विभाग में आम चर्चा है कि लुधियाना की फूड सेफ्टी टीम के चंद अधिकारी चंडीगढ़ में बैठे एक उच्च अधिकारी का आशीर्वाद प्राप्त है परंतु इसकी आड़ में लोगों के स्वास्थ्य से भारी खिलवाड़ हो रहा है जिस पर सरकार भी चुप्पी धारण करके बैठी है।
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