इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट पर खड़े हो रहे सवाल, 2 बार कनाडा से पंजाब आया NRI पर...
punjabkesari.in Monday, May 05, 2025 - 02:48 PM (IST)

जालंधर (चोपड़ा): पंजाब की भगवंत मान सरकार चाहे एन.आर.आई. भाइयों को देश की रीढ़ मानते हुए उन्हें पंजाब लौटने और राज्य में निवेश करने के लिए प्रेरित करने को लेकर अनेकों कार्यक्रम करती आ रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है। ऐसा ही एक मामला जालंधर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट कार्यालय से जुड़ा है, जहां एक कनाडा निवासी युवक अपने ही मकान की रजिस्ट्री करवाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। टोरंटो निवासी राजन शारदा 2 बार कनाडा से भारत आकर ट्रस्ट चेयरमैन, ई.ओ. और तमाम अधिकारियों से अनेकों बार मिला, उसके बाद भी न तो फाइल आगे बढ़ी, न ही उन्हें कोई न्याय मिला।
एन.आर.आई. सुनील शारदा ने बताया कि इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट की 94.5 एकड़ स्कीम, गुरु गोबिंद सिंह एवेन्यू में उनकी एक कोठी नंबर 392 बनी हुई है। वह जुलाई में जालंधर पहुंचे और 7 अगस्त 2024 ट्रस्ट में रजिस्ट्री कराने संबंधी एप्लीकेशन के साथ रजिस्ट्री प्रक्रिया के तहत सभी आवश्यक दस्तावेज भी जमा करवा दिए। पीड़ित सुनील ने बताया कि ट्रस्ट एस.डी.ओ. ने साइट निरीक्षण कर संतोषजनक रिपोर्ट भी प्रस्तुत कर दी है। इसके बावजूद उनकी फाइल अब तक ट्रस्ट के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते अधर में लटकी पड़ी है। उन्होंने बताया कि 2 बार विशेष रूप से रजिस्ट्री करवाने के लिए कनाडा से भारत वापस आया, लेकिन दोनों बार वह करीब 7 महीनें में 50 बार ट्रस्ट कार्यालय के धक्के खाता रहा। इस दौरान उन्हें सिर्फ अफसरशाही की अनदेखी और भ्रष्ट व्यवस्था का ही सामना करना पड़ा।
पीड़ित एन.आर.आई. ने स्पष्ट आरोप लगाया है कि इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट कार्यालय में बिना किसी लेन-देन के कोई कर्मचारी किसी फाइल को हाथ तक नहीं लगाता और जनता की फाइलें महीनों धूल फांकती रहती हैं। अगर मान सरकार खुद इस विभाग में आने वाले लोगों से फीडबैक लें तो उन्हें अपनी सरकार की कार्यकुशलता का आइना जरूर दिख जाएगा।
पीड़ित एन.आर.आई. ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पंजाब को भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी बनाने का वायदा किया था, लेकिन अगर एक साधारण रजिस्ट्री प्रक्रिया में भी महीनों लग जाए और एन.आर.आई. को दो-दो बार विदेश से आना पड़े, तब सवाल उठता है कि क्या यही है "नए पंजाब" की तस्वीर? सुनील ने अब मुख्यमंत्री पंजाब और डिप्टी कमिश्नर को पत्र लिखकर अपील की कि उनकी रजिस्ट्री फाइल को जल्द निपटाया जाए और इस पूरे मामले की जांच की जाए।
चेयरमैन से भी कई बार की फरियाद, फिर नहीं हुई कोई सुनवाई
एन.आर.आई. सुनील ने बताया कि ट्रस्ट के पूर्व व मौजूदा चेयरमैन से भी कई बार इस संदर्भ में मुलाकात की और उन्हें लिखित तौर पर भी अपनी दिक्कत को लेकर पत्र सौंपा। जिसमें अपने प्लॉट की रजिस्ट्री में हो रही देरी का हवाला भी दिया पर कोई सुनवाई नहीं हुई। एस.डी.ओ. की संतोषजनक निरीक्षण रिपोर्ट भी पहले जमा की जा चुकी है, फिर भी कार्य में जानबूझकर विलंब किया जा रहा है।
ट्रस्ट स्कीमों के अलाटियों की समस्याओं के समाधान में जुटी हूं : राजविंदर कौर थियाड़ा
इस संबंध में इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट की चेयरमैन राजविंदर कौर थियाड़ा ने कहा कि गत 19 मार्च को ही ट्रस्ट के चेयरमैन का कार्यभार संभाला है और पहले दिन से ही वह ट्रस्ट स्कीमों के अलाटियों और आम जन की समस्याओं के समाधान को लगातार जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन जगतार सिंह संघेड़ा से किसी एन.आर.आई. ने मुलाकात कर अपनी दिक्कत बताई हो, परंतु आज तक कनाडा का कोई एन.आर.आई. गुरु गोबिंद सिंह एवेन्यू स्कीम की कोठी की रजिस्ट्री के बारे में नहीं मिला। चेयरमैन थियाड़ा ने कहा कि जिस किसी भी व्यक्ति को ट्रस्ट से संबंधित किसी भी काम को लेकर कोई दिक्कत है, वह सीधा उनसे मुलाकात करें, अलाटियों की हरेक समस्या का समाधान करेंगे।
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