Punjab : नशे से हुई युवकों की मौ''त के बाद केमिस्टों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई, 4 मेडिकल स्टोर सील
punjabkesari.in Saturday, Oct 04, 2025 - 12:17 PM (IST)

फिरोजपुर (कुमार, खुल्लर, परमजीत, आनंद, मलहोत्रा, राजेश ढंड) : गांव लाखो के बेहराम में नशे के कारण हाल ही में हुई चार युवकों की मौत के मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन ने एक टीम गठित कर 6 मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी की, जिनमें से 4 मेडिकल स्टोरों पर भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाइयां मिलने पर उन्हें सील कर दिया गया।
इस संबंध में डिप्टी कमिश्नर दीपशिखा शर्मा और एस.एस.पी. भूपिंदर सिंह सिद्धू ने जिला प्रशासकीय परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि नशे से हुई मौतों के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए एक मेडिकल टीम का गठन किया गया था, जिसमें सीनियर मेडिकल अधिकारी, कार्यकारी मजिस्ट्रेट और अन्य अधिकारी शामिल थे, जिन्होंने मृतक नौजवानों के पारिवारिक सदस्यों से बातचीत करने के बाद एक रिपोर्ट सौंपी।
जांच में पता चला कि मरने वाले तीनों नौजवानों की हालत पहले से ही नशे के कारण खराब थी और उनमें से एक की पीठ पर अल्सर था और यह सभी नौजवान पहले भी कई बार नशा मुक्ति केंद्रों में नशा मुक्ति की दवा लेने के लिए आते-जाते रहते थे। चौथा नौजवान जो नशा मुक्ति केंद्र से नशा मुक्ति की गोली लेकर आया था। उसने इंजेक्शन के रूप में गोली लेने के बाद दम तोड़ दिया।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि इसके बाद लाखो के बहराम में 5 मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण करने के लिए एक और टीम गठित की गई, जिसमें मिस हरिता बांसल, जिला कंट्रोलिंग अधिकारी (फिरोजपुर), रमनदीप गुप्ता, जिला कंट्रोलिंग अधिकारी (मुक्तसर), परम पाल सिंह, नायब तहसीलदार मल्लांवाला खास और पुलिस टीम ने पांच मेडिकल स्टोर तनु मेडिकोज, गुरु नानक 13-13 मेडिकल स्टोर, सुखराज मेडिकल स्टोर, सतनाम मेडिकल स्टोर और परमीत मेडिकल स्टोर पर छापा मारा, जिसमें से तीन मेडिकल स्टोर परमीत मेडिकल स्टोर से 2950 प्रतिबंधित दवाइयां, गुरु नानक 13-13 मेडिकल स्टोर से 420 प्रतिबंधित दवाइयां बरामद की गईं और तनु मेडिकल स्टोर से भी प्रतिबंधित दवाइयां मिलने पर इन तीनों को सील कर दिया गया।
इसके अलावा, हाल ही में खुराना मेडिकल एजेंसी, मुल्तानी गेट, फिरोजपुर का निरीक्षण किया गया और निरीक्षण के दौरान फर्म से टेपेंटाडोल की 35,200 गोलियां और प्रीगाबेलिन के 4,400 कैप्सूल बरामद किए गए, जिनकी कुल कीमत लगभग 9,00,000 (नौ लाख रुपए) है। फर्म को टेपेंटाडोल का स्टॉक रखने की अनुमति नहीं थी और जन स्वास्थ्य के हित में, इस चौथी दुकान को भी सील कर दिया गया है।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि इसके अलावा नशे के विरुद्ध शुरू की गई मुहिम के अंतर्गत 1 जनवरी 2025 से अब तक 207 निरीक्षण किए गए हैं, जिस दौरान 1.32 करोड़ रुपए की प्रतिबंधित दवाइयां जब्त की गईं और 12 मेडिकल स्टोरों के लाइसेंस रद्द किए गए तथा 65 लाइसेंस निलंबित किए गए। युवाओं को नशे के जाल से निकालने के लिए पंजाब सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार नशा मुक्ति केंद्रों में ओ.पी.डी. बढ़ा दी गई है।
इस दौरान एस.एस.पी. ने बताया कि जिले में सप्लाई चेन तोड़ने के लिए विशेष टीमें बनाकर पिछले दिनों 212 किलोग्राम हैरोइन बरामद की गई, जो एक साल में हुई रिकवरी से 4-5 गुना अधिक है। इसी तरह बड़ी संख्या में नशा तस्करों को भी गिरफ्तार कर मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि देखने में आता है कि जब नशे की सप्लाई टूटती है तो नशेड़ी मेडिकल व अन्य नशे का सहारा लेते हैं और ओवरडोज के कारण उनकी मौत हो जाती है। इसलिए अभिभावकों को ध्यान रखना चाहिए कि जब भी किसी युवा या बच्चे की आदतों या व्यवहार में बदलाव दिखे तो वे तुरंत डॉक्टरों की मदद ले सकते हैं। एस.एस.पी. ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा शरारती तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है और किसी भी तरह का नशा बेचने वाले मेडिकल स्टोर या तस्कर को बख्शा नहीं जाएगा।
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