शर्मनाक: दर्द से तड़पती गर्भवती को स्टाफ ने वापस भेजा, पार्क में दिया जुड़वां बच्चों को जन्म
punjabkesari.in Friday, Feb 19, 2021 - 01:16 PM (IST)

लुधियाना (राज): सिविल अस्पताल के मदर एंड चाइल्ड सैंटर की शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां 9 महीने पूरे कर चुकी गर्भवती महिला ऐम.सी.ऐच. में दाखिल होने के लिए आई थी परन्तु स्टाफ ने उसे कह दिया कि अभी डिलीवरी में समय है। लिहाज़ा, वह वापस चली गई। जब व्यक्ति अपनी पत्नी को वापस लेकर जा रहा था तो ऐम.सी.ऐच. के बाहर बने पार्क में ही महिला की डिलीवरी हो गई। महिला ने दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। पता लगने पर तुरंत स्टाफ वाले पहुंचे और महिला और बच्चों को लेबर रूम में लेकर गए। महिला की हालत फिलहाल ठीक बताई जा रही है परन्तु बच्चों की हालत नाजुक है।
इसलिए बच्चों को पी.जी.आई. रैफर कर दिया गया है। हालांकि महिला सिविल अस्पताल में ही दाख़िल है। जानकारी मुताबिक धुरी लाईन का रहने वाला संतोष कुमार अपनी पत्नी उमा को लेकर सिविल अस्पताल आया था। उसकी पत्नी गर्भवती थी और उसका इलाज मदर एंड चाइल्ड सैंटर से चल रहा था।
वह बीते दिन करीब 4 बजे अपनी पत्नी को दाख़िल करवाने के लिए लाया परन्तु संतोष का कहना है कि अस्पताल के स्टाफ ने कहा कि अभी डिलीवरी का समय नजदीक नहीं। इसलिए वह अपनी पत्नी को वापस घर ले जाए। संतोष मुताबिक उसने कहा भी था कि उसकी पत्नी की हालत ठीक नहीं है और उसके दर्द हो रहा है। उसने अंदर बैठे गार्ड से स्ट्रेचर और व्हील चेयर की मांग की थी परन्तु उसने स्ट्रेचर औरव्हील चेयर देने से इंकार कर दिया था। इसके बाद वह पैदल ही पत्नी उमा को लेकर ऐम.सी.ऐच. के बाहर आया। इसी दौरान उस की पत्नी की हालत बिगड़ गई और पार्क में उसकी डिलीवरी हो गई, जबकि स्टाफ का कहना था कि उन्होंने वापस नहीं भेजा था, सिर्फ़ ई.सी.जी. और करवाने के लिए कहा था।
महिलाओं ने की डिलीवरी में मदद
संतोश का कहना है कि जब उसकी पत्नी चीखने लगी तो पार्क में बैठी महिलाओं ने अपने-अपने शाल लेकर उसकी पत्नी को घेर लिया। इसी दौरान उसकी पत्नी की डिलीवरी की गई। जब यह बात स्टाफ को पता लगी तो वहां स्टाफ की तरफ से 2 महिलाऐं आई, जोकि आते ही वहां ठहरे लोगों पर रोब झाड़ने लगी कि महिला की डिलीवरी हो रही है तो मर्द यहां क्यों ठहरे हैं। इसके बाद उसकी पत्नी और बच्चों को अस्पताल ले गए।
बच्चों की हालत नाजुक, पी.जी.आई. किया रैफर
मिली जानकारी मुताबिक बच्चे कमजोर है और उनकी हालत नाजुक है। इसलिए उन को पी.जी.आई. रैफर कर दिया गया है। संतोष का कहना है कि उसकी पत्नी सिविल अस्पताल में दाख़िल है, जबकि बच्चों को पी.जी.आई. भेज दिया गया है। संतोष का कहना है कि यह सब अस्पताल की लापरवाही के कारण हुआ है। इस बारे में सिविल अस्पताल के ऐस.ऐम.ओ. अमरजीत कौर का कहना है कि मामला उन्हें ध्यान में आया है और सुबह इस केस की जांच करवाई जाएगी। यदि किसी की लापरवाही सामने आई तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।