बिजली रियायत मामले में सरकारी अदारों और धार्मिक स्थानों को लेकर बोले हरभजन सिंह
punjabkesari.in Sunday, Jul 24, 2022 - 10:51 AM (IST)
जालंधर (धवन): पंजाब राज्य पावर कार्पोरेशन (पी.एस.पी.सी.एल.) द्वारा जारी नोटिफिकेशन के संबंध में पंजाब के बिजली मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने बताया कि इस नोटिफिकेशन में सभी घरेलू खपतकारों, जो केवल रिहायशी उद्देश्यों के लिए बिजली का उपयोग करने वाले हैं, को 600 यूनिट बिजली 2 महीने/300 यूनिट प्रति महीना के हिसाब से मुफ्त दी जाएगी। यह रियायत 1 जुलाई 2022 से लागू हो चुकी है पर यह रियायत सरकारी अस्पतालों, सरकारी डिस्पैंसरियों, सभी धार्मिक स्थानों, सरकारी खेल संस्थानों, सैनिक गैस्ट हाऊसों, सरकारी/सरकारी सहायता प्राप्त शिक्षा संस्थाओं तथा अटैच्ड होस्टलों पर लागू नहीं होगी।
नोटिफिकेशन के अनुसार सभी घरेलू खपतकार, जो आवासीय क्षेत्रों के लिए बिजली का प्रयोग करते हैं और जिनकी खपत महीने में 300 यूनिट तथा 2 महीने में 600 यूनिट तक होगी, का बिजली बिल जीरो आएगा। इन खपतकारों से कोई बिजली चार्ज, फिक्स चार्ज, मीटर का किराया तथा सरकारी लेवी व टैक्स नहीं वसूले जाएंगे। इस तरह बिल को ऐसे खपतकारों के लिए जीरो ही रखा गया है परंतु अगर 2 महीने की बिजली खपत 600 यूनिट से अधिक है या मासिक खपत 300 यूनिट से अधिक है तो पंजाब के अनुसूचित जातियों, पिछड़ी श्रेणियों, गैर-एस.सी./बी.सी., गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले, स्वतंत्रता सेनानियों तथा उनके वारिसों (पोते-पोतियों) तक को निश्चित खर्चों, मीटर किराए तथा सरकारी लेवी/टैक्स के साथ 600 यूनिट (2 महीने)/300 यूनिट प्रति महीने से अधिक खपत होने पर उन अतिरिक्त यूनिटों का बिजली खर्चों सहित भुगतान करना होगा क्योंकि मुफ्त बिजली की 600 यूनिट हर 2 महीने/300 यूनिट महीना टैरिफ के शुरूआती स्लैब हैं इसलिए 2 महीनों के लिए 600 यूनिट से अधिक बिजली खपत होने पर यह अगले टैरिफ स्लैबों में शामिल हो जाएगा।
यदि बिजली खपत 600 यूनिट से अधिक 2 महीने के लिए/300 यूनिट प्रति महीने से अधिक है तो शेष सभी घरेलू खपतकारों को समय-समय पर लागू किए गए टैरिफ के अनुसार तथा शेष सभी टैक्सों के साथ बिजली बिलों का भुगतान करना पड़ेगा।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here
पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here