हाऊस की बैठक रही हंगामापूर्णः एजेंडे को पास करते समय मेयर ने दिया यह आदेश

punjabkesari.in Friday, Oct 29, 2021 - 11:56 AM (IST)

जालंधर (खुराना, सोमनाथ कैंथ): नगर निगम के काऊंसलर हाऊस की गत दिन रैडक्रास भवन में हुई बैठक हंगामापूर्ण माहौल में सिर्फ 35 मिनट में खत्म हो गई। मुख्य विरोधी पार्टी भाजपा के काऊंसलरों ने काफी हंगामा किया। इस दौरान भाजपा की 3 महिला काऊंसलरों शैली खन्ना, श्वेता धीर और चन्द्रजीत कौर संधा ने मंच पर चढ़कर मेयर को ही घेरा डाल लिया। इन महिला काऊंसलरों ने एक-दूसरे के हाथ पकड़ कर मेयर का रास्ता रोका और जोरदार ढंग के साथ कहा कि जब तक आप हमारी बात नहीं सुनेंगे और उसका जवाब नहीं देंगे, तब तक जाने नहीं दिया जाएगा। यह सिलसिला 1-2 मिनट तक चला और मेयर ने कई बार कहा कि आपके सवालों का जवाब दे दिया गया है। मेयर ने महिला काउंसलरों की तरफ से बनाया गया घेरा तोड़ने का भी कई बार प्रयास किया परन्तु शैली खन्ना और अन्य काउंसलर ने मजबूती के साथ डटी रही। इस दौरान मेयर के समर्थन में कुछ कांग्रेसी काऊंसलर भी मंच पर चढ़ आए, जिसके बाद हफड़ा-दफड़ी का माहौल बन गया और बैठक समाप्त हो गई।

यह भी पढ़ेंः स्कूल प्रिंसीपल ने लिया एक्शन, विद्यार्थियों के 2 गुटों में जमकर हुई मारपीट व पत्थरबाजी

काऊंसलर हाऊस की बैठक हमेशा की तरह अजीब ढंग के साथ संपन्न हुई। एजेंडे में 76 प्रस्ताव डाले गए थे, जिनमें 2000 के लगभग कर्मचारियों की पक्की भर्ती के अलावा करोड़ों रुपए के विकास कामों के साथ संबंधित प्रस्ताव थे। सभी 76 प्रस्ताव एक मिनट में पास कर दिए गए और एक भी एजेंडा आइटम पर चर्चा नहीं हुई। एजेंडा के पास करते समय मेयर ने इतना जरूर कहा कि यदि किसी को एतराज है तो लिखित दिया जाए।

PunjabKesari

बैठक दौरान विरोधी पक्ष के रूप में भाजपा के सिर्फ 5 काऊंसलर और अकाली दल की एक काऊंसलर जसपाल कौर भाटिया ही उपस्थित थी। जीरो आवर दौरान जैसे ही वीरेश मिंटू ने मुद्दे उठाने शुरू किए, सत्ता पक्ष कांग्रेस के काऊंसलर हावी हो गए और मिंटू को टोकने लगे। कांग्रेसी काऊंसलर बिकी कालिया, मनमोहन राजू, मिंटू जुनेजा, टीका, मनदीप जस्सल, अरुणा अरोड़ा और कई अन्य काउंसलरों ने विरोधी पक्ष के काउंसरों को बोलने तक नहीं दिया और अकाली-भाजपा कार्यकाल को जमकर कोसा।

भाजपा की महिला काउंसलरों की तरफ से एल.ई.डी. लाइटें लगवाने के मामले में विरोधी पक्ष के साथ पक्षपात किए जाने पर हाऊस में खूब हंगामा हुआ। काऊंसलर चन्द्रजीत कौर संधा और श्वेता पक्ष ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के सभी वार्डों में लाइटें लगाई जा चुकीं हैं परन्तु भाजपा के 4 वार्डों में ही काम रोका गया है। भाजपा कौंसलरों को विश्वास में लिए बिना पता नहीं लाइटें कहां रखवा दीं गई और अधिकारी साफ कह रहे हैं कि वहां काउंसलरों की मार्फत नहीं, बल्कि निगम अपने स्तर पर लाइटें लगवाएगा।

PunjabKesari

जीरो ओवर दौरान जैसे ही विरोधी पक्ष के काउंसलरों ने दोष लगाने शुरू किए और कांग्रेसी काउंसलरों ने उनके जवाब में हंगामा शुरू किया तो ऐसे में अचानक डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी अपनी सीट से उठे और उन्होंने मेयर के कान में जा कर पता नहीं क्या फूंक मारी। उसके बाद मेयर ने सुनील खुल्लर को एजेंडा पढ़ने के लिए कहा और एक मिनट बाद ही एजेंडे के पास कर मेयर भी अपनी सीट से उठ खड़े हुए। इस तरह डिप्टी मेयर ने बैठक को लंबा खींचने से बचाव लिया।

बैठक दौरान 80 में से 49 काऊंसलर ही उपस्थित हुए। कम संख्या देख कर काऊंसलर वीरेश मिंटू ने साफ कहा कि इससे साबित हो रहा है कि काउंसलरों का हाऊस से विश्वास उठ गया है। इतना सुनते ही कांग्रेसी काऊंसलर फिर तैश में आ गए और उन्होंने कहा कि विरोधी पक्ष ने पिछली बैठक में आए और इस बार भी ज्यादातर विरोधी पक्ष के काऊंसलर गायब हैं। उनका इशारा सुनील शर्मा की तरफ था, जो लगातार 2 बैठकों में नहीं आए।

यह भी पढ़ेंः 'बी.एस.एफ.' मुद्दे पर अकाली दल की मोटरसाइकिल रैली, सुखबीर बादल करेंगे नेतृत्व

स्ट्रीट लाइट कंपनी बन रही काउंसलरों के रोष का शिकार
स्मार्ट सीटी के 50 करोड़ की लागत के साथ दिल्ली की एक कंपनी शहर में एल.ई.डी. स्ट्रीट लाइटें लगा रही है। बुधवार हाऊस की प्रिय बैठक में ज्यादातर कांग्रेसी काउंसलरों ने कंपनी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किये थे और बीते दिन विरोधी पक्ष ने कंपनी को बेहद घटिया बताते हुए कहा कि करोड़ों का काम करने वाली कंपनी के पास सीढ़ी और तार का टुकड़ा तक नहीं है। कंपनी ने न कोई नया खंभा लगाया है, न तार बदली है और न ब्लैक प्वाइंट दूर किए हैं। पता नहीं कंपनी की कमियों को क्यों नजरअन्दाज किया जा रहा है। विरोधी पक्ष ने कहा कि स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्टों का फायदा 20 से 25 वर्ष तक होना चाहिए परन्तु इस प्रोजैकट ने तो शहर की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था का ही बेड़ा नष्ट किया है। 

PunjabKesari

इश्तिहार मामले संबंधित प्रस्ताव फिर चर्चा में आया
भाजपा काऊंसलर वीरेश मिंटू ने इश्तिहार मामले में एकजुटता के साथ पास प्रस्ताव को मुद्दा बनाया और कहा कि पुराने कांट्रेक्ट में भ्रष्टाचार बाबत समिति और सत्ता पक्ष ने खुद माना था परन्तु उस पर सरकार ने कोई फैसला ही नहीं लिया। और तो और ठेकेदार ने हाईकोर्ट में जो केस दायर किया था, उस मामले में निगम की तरफ से कोई वकील पेश ही नहीं हुआ है। उन्होंने साफ कहा कि इस स्कैंडल पर पर्दा डालने का काम कांग्रेसियों की तरफ से ही किया जा रहा है।

यह भी पढ़ेंः ड्राई फ्रूट के व्यापारियों पर गिरी गाज, इनकम टैक्स विभाग ने की रेड

बैठक दौरान भाजपा काऊंसलर वीरेश मिंटू ने 21 करोड़ के चौकों के सौंदर्यीकरण संबंधित प्रोजैकट और सरफेस वाटर प्रोजेकट की खूब आलोचना की और कहा कि पाइपें डालने के कारण शहर की सभी सड़कें तोड़ दीं गई हैं। 11 चौकों पर लगाए गए करोड़ों रुपए कहीं दिखाई नहीं दे रहे। निगम कमिश्नर करणेश शर्मा ने इसका उद्देश्य सहित जवाब देते कहा कि कंपनी के साथ पहले पड़ाव में 56,000 लाइटें लगाने संबंधी कांट्रेक्ट हुआ था, जो लगा दीं गई हैं। जो 10 वार्ड बाकी रहते हैं, वहां भी दीवाली से पहले काम पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। उनका कहना है कि स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्टों ने शहर की कई पुरानी समस्याओं को हल किया है। बस्ती हलके में जहां किश्तियां चला करती थीं, वहां अब पानी की बूंद तक खड़ी नहीं होती। सरफेस वाटर प्रोजेकट भविष्य में फायदा देंगे और आने वाली पीढ़ियां इस हाऊस को सदा याद रखेंगी। 

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here

पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here

अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Sunita sarangal

Recommended News

Related News