असला लाइसेंसों की युद्ध स्तर पर जांच शुरू, इन लोगों के लाइसेंस किए जाएंगे रद्द

punjabkesari.in Saturday, Nov 26, 2022 - 03:11 PM (IST)

लुधियाना (पंकज) : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के आदेश पर प्रदेश में असला लाइसेंस धारकों की बारीकी से जांच की जा रही है। इस संबंध में डी.सी. दफ्तर ने  प्रारंभिक जांच में  3 ऐसे लाइसेंस धारकों की पहचान की है, जिनकी मृत्यु हो चुकी है उनके लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू क दी है।  डी.सी. दफ्तर के पास मौजूदा समय में  जिले में केवल 2 पुलिस थानाों का ही काम बचा है। प्रारंभिक जांच में मुलाजिमों के सामने 3 लाइसेंस ऐसे आए हैं, जिनके धारकों की मृत्यु हो चुकी है। हालांकि, कमिश्ननेट पुलिस प्रणाली लागू होने से पहले असला लाइसेंस बनाने से लेकर रिन्यू करें, एक से अधिक लाइसेंस की मंजूरी देने का अधिकार डी.सी. के पास ही था परंतु कमिश्नरेट पुलिस व्यवस्था लागू होने के बाद अधिकांश थानों से संबंधित असला लाइसेंस का रिकॉर्ड पुलिस के पास चला गया था। उधर, कमिश्नरेट पुलिस के अलावा खन्ना व जगराओं पुलिस ने भी गंभीरता के साथ रिकार्ड चैक करना शुरू कर दिया है  जिनमें मुख्य रूप से गलत पते पर जारी लाइसेंस के अलावा लंबे समय से लाइसेंस रिन्यू नहीं करवाएं या फिर  जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं उन सभी की जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है।  

जिले में ऐसे असला लाइसेंसों की कमी नहीं है, जिनके धारक मौजूदा समय में देश में नहीं हैं। हालांकि विदेश जाने से पहले लाइसेंस धारकों को अपने  हथियार गन हाउस में जमा करने होते हैं, लेकिन कमिश्नरेट पुलिस के अलावा जगराओं और खन्ना में कई ऐसे हथियार धारक हैं, जो विदेश जाकर बस गए हैं, लेकिन उन्होंने नियमों का पालन नहीं किया है। उनकी ओर से न तो अपने हथियार जमा करवाए गए  हैं और न ही पुलिस को सूचना दी है। पुलिस ऐसे लोगों की भी बारीकी से जांच कर रही है।

पिछली सरकार में नए लाइसेंस के टूटे रिकॉर्ड

आम आदमी के लिए असला लाइसेंस बनवाना आसान नहीं है। अन्य औपचारिकताओं के अलावा किसी प्रभावशाली व्यक्ति की सिफारिश सबसे महत्वपूर्ण है। पिछली सरकारों के दौरान बिना राजनीतिक सिफारिश के बिना लाइसेंस जारी करना संभव नहीं था। अकाली सरकार दौरान हलका इंचार्ज की सिफारिश को प्रमुखता देने का जो रिवाज शुरू हुआ है वह कांग्रेस सरकार दौरान भी ज्यादातर जारी रहा। जगराओं और मुल्लांपुर दाखा दो ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां सबसे ज्यादा लाइसेंस जारी किए गए हैं। हालांकि, केंद्र की बीजेपी सरकार ने एक लाइसेंस पर दो से ज्यादा हथियार के लाइसेंस रखने पर रोक लगा दी थी। इसके बावजूद ऐसे लाइसेंस  की कमी नहीं है, जिनके पास तीन-तीन हथियार हों।

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here

पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here

अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Urmila

Recommended News

Related News