जगमीत बराड़ को पहले ही था अकाली दल की कार्रवाई का अंदेशा, अनुशासन कमेटी को लिखा था पत्र

punjabkesari.in Sunday, Dec 11, 2022 - 10:02 AM (IST)

बठिंडा (विजय): अकाली दल के पूर्व वरिष्ठ नेता जगमीत बराड़ को अकाली दल की अनुशासन कमेटी के फैसले का पहले ही अंदेशा था जिस कारण उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से मुलाकात कर उन्हें 2 पेज का पत्र सौंपा था। गत मंगलवार को जगमीत बराड़ ने अकाली दल के सभी पदों से इस्तीफा देकर स्पष्ट किया था कि उन्हें किसी भी पद या कुर्सी का लालच नहीं लेकिन वह अकाली दल के वफादार सिपाही रहेंगे। 

शनिवार को अकाली दल की अनुशासन कमेटी ने अहम फैसला लेते हुए जगमीत बराड़ को 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया। अपने पत्र में उन्होंने कहा था कि वह पंथक एकता के लिए काम करते रहेंगे यहां तक कि वह विभाजित हुए अकाली दल को इकट्ठा करने में अहम भूमिका निभाते रहेंगे।

अनुशासन कमेटी को लिखे पत्र में उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्हें 10 दिसम्बर को कमेटी ने बुलाया था। वह जरूरी समझते हैं कि शिरोमणि अकाली दल के इतिहास में यह एक निर्णायक मोड़ है, पार्टी की एकता व एकजुटता की चुनौती को कैसे संभाला जाए। कमेटी से मिले दूसरे पत्र में दर्शाया गया कि कमेटी उनके उत्तर से संतुष्ट नहीं है। 

अपना पक्ष रखते हुए जगमीत बराड़ ने कहा कि वह श्री मुक्तसर साहिब से अकाली दल के चयनित डैलीगेट भी हैं। पार्टी में एकता व पंथ की चढ़दी कला के लिए वह पिछले कुछ दिनों से लगातार उपाय कर रहे हैं जिसके सार्थक नतीजे भी सामने आएंगे। 

अनुशासन कमेटी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि पार्टी में संवेदनशील मुद्दों और पंथ के भविष्य को नजरअंदाज न किया जाए। उन्होंने जिक्र किया कि लिखित जवाब भेजने से पहले वह ज्ञानी हरप्रीत सिंह को अकाल तख्त के समक्ष निजी तौर पर पेश होकर अवगत करवा चुके हैं। जत्थेदार साहिब ने दीर्घ दृष्टि से उन्हें सुना। जत्थेदार के साथ मुलाकात के प्रमुख ङ्क्षबदु इस प्रकार हैं:-

* क्या पार्टी द्वारा गठित जांच सब कमेटी ने पंजाब के 200 हलकों का दौरा किया?
 उतर : जी हां

* क्या जांच सब कमेटी की रिपोर्ट कोर कमेटी की मीटिंग में विवरण सहित पढ़ी गई?
उतर :
जी हां

जगमीत बराड़ ने सभी पदों से इस्तीफा देकर श्री अकाल तख्त के समक्ष पेश होकर अपने गुनाहों की माफी मांगी। उन्होंने कहा कि बेअदबी मामला अत्यंत गंभीर व दुर्भाग्यपूर्ण है। आरोपियों को हर हालत में सजा को यकीनी बनाया जाए। उन्होंने कार्यकत्र्ताओं ने कहा कि 2007 से 2017 तक अकाली दल की सत्ता दौरान जो गलतियां हुईं उसका अहम फैसला लिया जाए जिससे क्षेत्रीय पार्टी अकाली दल की शान पुन: बहाल हो। 

ऑल इंडिया सिख स्टूडैंट कमेटी के अस्तित्व को पुन: सृजित किया जाए। परिवारवाद जो शिरोमणि अकाली दल को दीमक की तरह चाट रहा है, पर अंकुश लगाया जाए। परिवार में एक ही टिकट का प्रावधान हो। पंजाब की जवानी को निगल रहे नशे संबंधी पार्टी अपने किरदार का लेखा-जोखा सार्वजनिक करे। पार्टी पर तंज कसते हुए उन्होंने अपने पत्र में अपनी भावनाएं जाहिर कीं जिसमें कहा-‘सूर्य रोज उदय होता है रोजाना ही अस्त होता है’। पर दिलों में चढऩे वाले सूर्य कभी अस्त नहीं होते।

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News Editor

Kalash

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