Punjab में मशूहर इंटरप्राइजिज के एजैंट ने ठगा जालंधर का युवक! ऑफर लैटर से लेकर टिकटें तक फर्जी
punjabkesari.in Friday, Oct 10, 2025 - 10:43 AM (IST)

जालंधर (वरुण) : मोहाली के सैक्टर 64, फेज 10 में स्थित बाज इंटरप्राइजिज के मालिक कमलजीत सिंह पर जालंधर के एक युवक को कनाडा भेजने के नाम पर 15 लाख रुपए का फ्रॉड करने का आरोप लगा है। पीड़ित पक्ष ने इस संबंधी पुलिस कमिश्नर को शिकायत देकर कानूनी कार्रवाई की मांग कर उसके मेहनत के पैसे वापिस दिलाने की मांग की है। हालांकि मामला एंटी फ्रॉड की पुलिस को मार्क कर दिया गया है।
जानकारी देते बैंड बाजे का काम करते चंद्र मोहन निवासी बांसा वाला बाजार ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए उन्हें पता लगा था कि बाज इंटरप्राइजिज स्टडी लोन करवा कर बच्चों को कैनेडा भेज देते है, जिसके बाद वह अक्तूबर 2023 को मोहाली स्थित बाज इंटरप्राइजिज के दफ्तर पहुंचा। वहां बैठे स्टाफ ने उन्हें भरोसा दिया कि उनका लोन करवाने के लिए 15 हजार रुपए का खर्चा आएगा जबकि पूरा केस 16 लाख में होगा।
चंद्र मोहन ने अपने बेटे के दस्तावेज और पासपोर्ट स्टाफ को दे दिए और स्टाफ के कहने पर 15 हजार रुपए उनके खाते में डाल दिए गए। कुछ दिन के बाद एजैंट कमलजीत सिंह ने उन्हें ऑफर लेटर दिखाया और कहा कि उनका काम हो गया है और उनसे डेढ़ लाख रुपए की मांग की गई। दिसंबर 2023 में चंद्र मोहन ने 50 हजार रुपए और फिर एक लाख रुपए उनके खाते में ट्रांसफर कर दिए।
इसके अलावा बाज इंटरप्राइजिज के स्टाफ के कहने पर उन्होंने बेटे चिराजू का मैडीकल करवाने के लिए भी 5 हजार रुपए खर्च किए जिसके बाद उन्हें एल.ओ.ए. स्लिप दी गई। चंद्र मोहन ने बताया कि एजैंट ने एबैंसी फीस के नाम पर भी उनसे 16 हजार रुपए ले लिए गए व बाद में 7 हजार रुपए बायोमैट्रिक के भी दिए।
इसी बीच एजैंट ने स्टडी लोन होने से भी मना कर दिया। कमलजीत सिंह के कहने पर और 4 लाख रुपए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। चंद्र मोहन ने बताया कि धीरे-धीरे करके उनसे 15 लाख रुपए ले लिए गए। बार-बार पूछने पर कमलजीत सिंह ने उन्हें ऑफर लैटर दे दी और टिकट भी करवा दी। आरोप है कि ऑफर लैटर की अवधि खुद उन्हें निकाल दी और फिर दोबारा से सारा प्रोसैस शुरू कर दिया लेकिन दोबारा उन्हें ऑफर लैटर और टिकट फर्जी दे दी।
उन्होंने जब कमलजीत से बात की तो एजैंट टालमटोल करने लगा। चंद्र मोहन ने पुलिस में शिकायत देने की चेतावनी दी तो कमलजीत सिंह ने उन्हें 10 लाख और 9 लाख रुपए ( 4 लाख रुपए बतौर सिक्योरिटी) चैक दे दिए वह भी बाऊस भी हो गए। अगस्त 2025 को कमलजीत सिंह ने चंदर मोहन को मोहाली के बस स्टैंड पर बुला कर सारे पैसे वापस करने का भरोसा दिया और लिखित में 10 अक्तूबर 2025 तक सारे देने का वायदा किया लेकिन उसके बाद वह भी वह मुकर गया। आखिरकार चंद्र मोहन ने पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी जिसे एंटी फ्रॉड को मार्क कर दिया गया है। पीड़ित ने पुलिस कमिश्नर से कहा कि एजैंट के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उसकी मेहनत की कमाई भी वापस दिलाई जाई।
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