''भारत सरकार गुरु नानक साहिब के प्रकाश पर्व से पहले करतारपुर रास्ता खोले''

punjabkesari.in Tuesday, Nov 10, 2020 - 02:28 PM (IST)

अमृतसर(अनजान): दल खालसा, अकाल फैडरेशन और सहयोगी जत्थेबंदियों द्वारा करतारपुर साहिब रास्ते की पहली वर्षगांठ को मनाते रास्ते की सरहद पर समागम आयोजित करते भारत सरकार को जोर देकर कहा गया कि सरकार 30 नवम्बर को आ रहे गुरु नानक साहिब के 551वें प्रकाश पर्व से पहले सिख संगत की धार्मिक भावनाओं को मुख्य रखते रास्ता खोले।

उन्होंने कहा कि डेरा बाबा नानक करतारपुर साहिब रास्ता सिखों और मुस्लमान के विश्वास, एकता और सांझ का प्रतीक है। इससे पहले समागम में श्री हरिमंदिर साहिब के हजूरी रागी भाई जगतार सिंह ने कीर्तन किया और अकाल पुरुख वाहेगुरु आगे कौम की चढ़ती कला की अरदास की गई। समागम में शामिल प्रमुख धार्मिक हस्तियों में श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी जोगिन्द्र सिंह वेदांती, तख्त श्री दमदमा साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी केवल सिंह, भाई वरयाम सिंह नेता, जसबीर सिंह और एडवोकेट जसविन्दर सिंह ने संगत के साथ गुमरति विचार सांझे किए। दल खालसा के प्रधान हरपाल सिंह चीमा, वक्ता कंवरपाल सिंह बिट्टू, अकाल फैडरेशन के कनवीनर नरायण सिंह चौड़ा, गुरदीप सिंह बठिंडा आदि ने परत्रकारों से कहा कि कोरोना महामारी कारण 16 मार्च को रास्ता बंद कर दिया गया था परन्तु पाकिस्तान सरकार ने लॉकडाऊन के खत्म होते जून माह में रास्ता फिर शुरू करने की तजवीज दी थी, जिसको भारत सरकार ने रद्द कर दिया था। उन्होंने अफसोस जताते कहा कि भारत अंदर सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक सरगर्मियां पहले की तरह नार्मल हो गई है, परन्तु सिखों के लिए पहली वर्षगांठ मौके रास्ते अभी तक भी बंद है।पिछले वर्ष सिखों की कई दशकों की लटकती रीझ उस समय पर पूरी हुई जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पहल कदमी करते भारत को रास्ता बनाने की तजवीज पेश की। 

उन्होंने कहा कि इस संबंधी जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब सहित सिख लीडरशिप रास्ता खोलने के लिए ङ्क्षहद सरकार से मांग कर रही है परन्तु नरेंद्र मोदी की सरकार इसकी ओर कोई ध्यान नहीं दे रही। करतारपुर रास्ता सिखों की दशकों की घालना, अरदास और संघर्ष के नतीजे के तौर पर होंद में आया था, परन्तु हिंद सरकार ने कोरोना का बहाना बना कर सिख भाईचारे को इससे वंचित कर रखा है। इस दौरान नौजवान द्वारा हाथों में रास्ता खोलने के हक में सलोगन लिखे बैनर व तख्ते पकड़े हुए थे। इस मौके पर सुखप्रीत सिंह उदोके, बाबा हरदीप सिंह महराज, जसवीर सिंह खंडूर, रणबीर सिंह, रणजीत सिंह, परमजीत सिंह टांडा, गुरदीप सिंह कालकट्ट, सिख यूथ आफ पंजाब के प्रधान परमजीत सिंह मंड, रणजीत सिंह दमदमी टकसाल, जत्थेदार दिलबाग सिंह जत्था सिरलत्थ खालसा आदि उपस्थित थे। 


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