नाबालिगा के अपहरण का मामला: लोगों ने घेरा थाना, जमकर की नारेबाजी
punjabkesari.in Saturday, Jun 17, 2023 - 02:27 PM (IST)

फगवाड़ा (जलोटा): 10 दिन पहले अपहरण का शिकार हुई 15 वर्षीय एक नाबालिग लड़की के मामले में पुलिस की ढीली कार्यशैली को लेकर परिजनों व लोगों ने थाना सतनामपुरा का घेराव कर इंसाफ की गुहार लगाई। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में वी वान्ट जिस्टस, अपराधियों को गिरफ्तार करो आदि कई प्रकार के बैनर भी पकड़े हुए थे। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कई तरह के गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
रोष धरने का नेतृत्व कर रहे नंगल कॉलोनी के निवासी मनोज कुमार ने बताया कि उनकी नाबालिग लड़की बीते 10 दिनों से एक युवक और उसके परिजनों द्वारा शादी का झांसा देकर अपहरण की गई है लेकिन विडंबना और त्रासदी यह है कि एफ.आई.आर. दर्ज होने के 10 दिन उपरांत भी पुलिस ने न तो किसी नामजद आरोपी को गिरफ्तार किया है और न ही अपहरण की गई उनकी बेटी संबंधी पुलिस कुछ ढूंढ पाई है। उन्होंने कहा कि मजबूर होकर उनको अपने साथी समर्थकों से थाना सतनामपुरा के आगे रोष धरना लगा थाने का घेराव करना पड़ा। उन्होंने ऐलान किया कि जब तक उनकी बेटी मिल नहीं जाती है तब तक वह इसी तरह पुलिस के खिलाफ रोष धरना लगाने का दौर जारी रखने वाले है।
वहीं, पुलिस अधिकारियों का तर्क है कि प्रकरण संबंधी एफ.आई.आर. दर्ज की जा चुकी है और नाबालिग लड़की को ढूंढने के लिए पुलिस टीमें भरसक प्रयास कर रही है। उन्होंने दावा किया कि पुलिस मामले में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ बनती कड़ी कानूनी कार्रवाई को पूरा करेगी।
पुलिस एफ.आई.आर. दर्ज होने के 10 दिन बाद पुलिस ने क्या कारवाई की?
बड़ा सवाल यह है कि आखिर 10 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस मामले ने सिवाय मौखिक दावों के अतिरिक्त क्या कानूनी कार्रवाई की है? और ऐसा क्या कारण है कि पुलिस अभी तक एफ.आई.आर. दर्ज होने के उपरांत भी आरोपियों को गिरफ्तार ही नहीं कर सकी है? बता दें कि पुलिस ने उक्त मामले में आरोपी यश पुत्र भोला वासी गोविंदपुरा, उसके पिता भोला वासी गोविंदपुरा, उसकी माता और भाई के खिलाफ केस दर्ज किया हुआ है।
यदि मामला हाईप्रोफाइल होता तो भी पुलिस एक्शन ऐसा ही रहता?
आंदोलनकारियों के समर्थन में पहुंचे कुछ लोगों ने कहा कि यदि फगवाड़ा में इसी तर्ज पर मामला हाईप्रोफाइल परिवार से होता तो भी क्या पुलिस इसी भांति 10 दिन बीत जाने देती? लोगों ने कहा कि यदि किसी वी.आई.पी. की बेटी का अपहरण हुआ होता तो पुलिस की कार्यशैली भी इसी प्रकार होती? जनता ने कहा कि यह मामला गरीब परिवार की बेटी का है इस लिए 10 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस सिर्फ दावे ही कर रही है और पुलिस तंत्र को जगाने के लिए पीड़ित परिवार के लोगों और साथियों को इस भांति भीष्ण गर्मी के मौसम में बीच सड़क पुलिस थाना सतनामपुरा के बाहर रोष धरना लगा इंसाफ की गुहार लगानी पड़ रही है।
पुलिस अधिकारी कहते हैं कि हमारे पास पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मचारी नहीं : नाबालिगा का पिता
लड़की के पिता ने कहा कि जब वह पुलिस अधिकारियों के पास जाते हैं तो कहा जाता है कि पुलिस के पास पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मचारी नहीं है इसलिए वह कुछ नहीं कर सकते है। वह बार-बार पुलिस के बड़े अफसरों के पास जाकर इंसाफ की गुहार लगा रहे है। वह आज मजबूर होकर रोष धरना लगाने के लिए थाना सतनामपुरा के बाहर पहुंचे हैं।
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