पुलिस ने दोहरे अपहरण और हत्या का मामला सुलझाया, मुख्य आरोपी इस राज्य से गिरफ्तार
punjabkesari.in Wednesday, May 07, 2025 - 07:57 PM (IST)

फगवाड़ा/ कपूरथला ( जलोटा) : जिला कपूरथला पुलिस ने फगवाड़ा के पास ए.जी.आई. फ्लैट्स से दो व्यक्तियों का अपहरण कर उनकी हत्या करने के मामले को सुलझाते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
एस.एस.पी कपूरथला गौरव तूरा ने बताया कि कई राज्यों में छापेमारी कर इस मामले को सुलझाया गया और मुख्य दोषी को गुजरात के कच्छ से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि 24 अप्रैल 2025 को थाना सदर फगवाड़ा में सुदेश कुमार ने सूचना दी कि उनका बेटा संजीव कुमार और उनकी दोस्त अंजू पाल, जो ए.जी.आई. फ्लैट्स फगवाड़ा में रहते थे, कई दिनों से लापता हैं। थाना सदर फगवाड़ा की टीम मौके पर पहुंची, जहां फ्लैट्स में पलकदीप नाम की लड़की ने बताया कि तीन अज्ञात व्यक्तियों ने उसकी मां अंजू पाल और संजीव कुमार का 19/20 अप्रैल 2025 की रात को अपहरण कर लिया।
प्रभजोत सिंह विरक, एसपीडी कपूरथला और रूपिंदर कौर भट्टी, एसपी फगवाड़ा की अगुवाई में तुरंत विशेष टीमों का गठन किया गया, जिसके बाद पुलिस टीमों ने मौके का दौरा किया। तकनीकी और मानवीय खुफिया जानकारी के माध्यम से विस्तृत जांच की गई। सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई। जानकारी मिलने के 24 घंटों के भीतर, कपूरथला पुलिस ने मामले के मुख्य सरगना की पहचान करने में सफलता हासिल की, जिसकी पहचान हरविंदर सिंह उर्फ पिंदर के रूप में हुई, जो हाल ही में पैरोल पर आया था और अब फरार था।
जांच के दौरान, यह सामने आया कि कुलदीप उर्फ बिल्ला, बलराज कौर और रुपिंदर उर्फ पिंदरा ने आरोपियों को लॉजिस्टिक सहायता प्रदान की थी और उन्हें 27.04.2025 को लुधियाना से गिरफ्तार भी किया गया।
विस्तृत जांच करते हुए, कपूरथला पुलिस ने गुजरात के कच्छ क्षेत्र में हरविंदर सिंह उर्फ बिंदर के ठिकाने को घेर लिया और गुजरात पुलिस के साथ निकट तालमेल में काम करते हुए, कपूरथला पुलिस ने 28.04.2025 को गुजरात के कच्छ क्षेत्र से मुख्य आरोपी हरविंदर सिंह उर्फ बिंदर को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। मुख्य आरोपी को जानकारी मिलने के 72 घंटों के भीतर गुजरात से फगवाड़ा ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया और 01.05.2025 को आरोपी को इलाका मजिस्ट्रेट फगवाड़ा की अदालत में पेश किया गया, जहां माननीय अदालत द्वारा आरोपी को 08 दिनों का पुलिस रिमांड दिया गया।
पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ में आरोपी हरविंदर सिंह उर्फ बिंदर ने खुलासा किया कि उसका विवाह 2019 में अंजू पाल के साथ हुआ था, जिसके बाद वह जब भी पैरोल पर बाहर आता था, उससे मिलने जाता था। हाल ही में, अंजू ने उसे मैसेज करना बंद कर दिया था और उसके खिलाफ दर्ज कई मामलों में जमानत/पैरोल के लिए कानूनी लड़ाई में उसका समर्थन नहीं किया था।
इसके बाद 19/20 अप्रैल, 2025 की मध्यरात्रि लगभग 01 बजे हरविंदर सिंह अपने साथी दोषी मनजोत सिंह उर्फ फ्रूटी, निवासी लुधियाना और एक अन्य आरोपी के साथ अंजू पाल के फ्लैट में दाखिल हुआ और फगवाड़ा के ए.जी.आई. गार्डन्स के एक फ्लैट से बंदूक की नोक पर उनका अपहरण कर लिया और उन्हें लुधियाना के एक खेत में ले गए, जहां उसने साथी दोषी की मदद से दोनों पीड़ितों का गला घोंटकर कत्ल कर दिया।
उन्होंने बताया कि एक अन्य आरोपी जशनप्रीत सिंह उर्फ जस्सू, निवासी लुधियाना को भी 02.05.2025 को गिरफ्तार किया गया था, जिसने आरोपियों को लॉजिस्टिक्स सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उस कार को भी नष्ट कर दिया, जिसमें आरोपियों ने जोड़े का अपहरण किया था।
जांच को आगे बढ़ाते हुए, अपहरण और कत्ल के मुख्य साथी दोषी, मनजोत सिंह उर्फ फ्रूटी, निवासी लुधियाना को भी 05.05.2025 को मोगा के पास से गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपियों से पूछताछ के आधार पर दोनों पीड़ितों के शव 06.05.2025 को कार्यकारी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में गांव चाहड़ थाना लाडोवाल जिला लुधियाना के एक खेत से बरामद किए गए।
यहां यह बताना जरूरी है कि हरविंदर सिंह उर्फ बिंदर एक पेशेवर अपराधी है, जो 2012 में एक दोहरे हत्याकांड (डी.एस.पी. बलराज सिंह और उनके दोस्त की सनसनीखेज हत्या) में शामिल था और उसी मामले में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।
हरविंदर सिंह और मनजोत सिंह उर्फ फ्रूटी पैरोल पर जेल से बाहर आए थे, जब उन्होंने दोबारा मौजूदा अपराध को अंजाम दिया। हरविंदर सिंह उर्फ बिंदर 25.02.2025 को पैरोल पर बाहर आया था और उसे 23.04.2025 को वापस जेल जाना था। इसी तरह मनजोत उर्फ फ्रूटी भी 15.09.2023 को पैरोल पर बाहर आया था और वापस जेल नहीं गया था।
उन्होंने बताया कि उक्त अपहरण और कत्ल के तीसरे मुख्य आरोपी की भी पहचान कर ली गई है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान 02 आई-20 कारें बरामद की गई हैं, जिनमें से एक कार मृतक संजीव कुमार की थी, जिसमें पीड़िता का अपहरण किया गया था। आरोपियों से कई मोबाइल फोन और डोंगल भी बरामद किए गए हैं, जिनका फोरेंसिक विश्लेषण भी किया जा रहा है। हरविंदर, मनजोत और जशनप्रीत पुलिस रिमांड पर हैं और जांच जारी है, जहां इस मामले के कई नए तथ्य सामने आने की उम्मीद है।