CM मान की कोठी के बाहर अड़े किसान, अब मृत साथी के संस्कार को लेकर रखी ये मांग

punjabkesari.in Tuesday, Oct 18, 2022 - 08:44 AM (IST)

लहरागागा/संगरूर (गर्ग, जिंदल, विवेक सिंधवानी): मुख्यमंत्री भगवंत मान की संगरूर कोठी के आगे लगे पक्के मोर्चे में रात के समय ड्यूटी दे रहे गांव बखौरा कलां के किसान गुरचरण सिंह की सर्पदंश से मौत हो गई। मृतक किसान के परिवार व ब्लॉक लहरा के अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह पिशौर ने बताया कि गत रात जब किसान गुरचरण सिंह ट्रैक्टर-ट्रालियों के पास ड्यूटी कर रहे थे तो सांप ने उन्हें डंक मार दिया।

उसके बाद गुरचरण सिंह को बडरुखां ले जाया गया तब तक जहर सारे शरीर में फैल गया था। उसके बाद किसान को संगरूर सीबिया अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टर ने पटियाला सरकारी अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। गंभीर हालत में किसान को पटियाला के राजिन्द्रा अस्पताल में ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। किसान के सिर पर सरकारी व गैर सरकारी 8 लाख 66 हजार रुपए का कर्ज है जोकि दोनों भाइयों ने इकट्ठे होकर लिया था।  भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की ओर से पंजाब सरकार द्वारा मानी मांगें लागू करवाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान की कोठी के आगे लगाए गए अनिश्चितकालीन मोर्चे का 9वां दिन शोक तथा रोष भरपूर रहा। रविवार रात सर्पदंश से मरे किसान गुरचरण सिंह बखौरा कलां को खड़े होकर 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई।

प्रदेशाध्यक्ष जोगिन्द्र सिंह उगराहां ने किसान की मौत के लिए पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराया, जिसने किसानों को दिन-रात सड़क किनारे व्यतीत करने को मजबूर किया है। उन्होंने मृत किसान के वारिसों को 10 लाख रुपए का मुआवजा तथा एक सदस्य को पक्की नौकरी के अलावा परिवार पर चढ़े कर्जे के खात्मे की मांग की। उन्होंने स्पष्ट किया कि उक्त मांगें माने जाने के बाद ही शहीद किसान का अंतिम संस्कार किया जाएगा। 


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Vatika

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