कनाडा में छात्रों के साथ सबसे बड़ा स्कैम, 20 हजार से भी ज्यादा भारतीय छात्रो की डूब सकती है फीस

punjabkesari.in Monday, May 10, 2021 - 02:27 PM (IST)

जालंधर (सुधीर): पंजाब में कैनेडा के नाम पर हसीन सपने दिखाना कोई नई बात नहीं है। मगर अब तक का सबसे बड़ा स्कैम सामने आने से एजेंटों मेंं हडक़ंप मच गया है। कैनेडा के क्यूबिक के 10 कालेज विवादों में ऐसे घिरे कि पंजाबी स्टूडैंटस के करीब 14 करोड़ डालर क्यूबिक में फंस गए हैं। एक अुनमान के मुताबिक विवादित कालेजों में पंजाब के करीब बीस हजार छात्रों को दाखिला दिलवाया गया है। क्यूबिक में औसत फीस सात हजार डालर प्रति छात्र है और इस हिसाब से यह आंकड़ा 14 करोड़ डालर बैठता है। 

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इस समय एक कैनेडियन डालर लगभग 60 रुपए का है और इस हिसाब से 60 को 14 करोड़ डालर के साथ गुणा किया जाए तो 840 करोड़ भारतीय रुपए बनते हैं। ऐसे में यदि जांच में यह दस कालेज दोषी साबित होते हैं तो इन पर बैंकक्रप्टसी का खतरा मंडरा रहा है। यदि ऐसा हुआ तो पंजाबियों का यह सारा पैसा डूब जायेगा। दूसरी तरफ कनाडा के प्राईवेट कालेजों में फर्जीवाडा सामने आने पर कनाडा सरकार ने मोंटरीयाल व क्यूबिक के करीब 10 प्राईवेट कालेजों की इनवैस्टीगेशन शुरु कर दी। 

इस बात की सूचना मिलते ही पंजाब के ट्रैवल कारोबारियों में हडकंप मच गया। कनाडा के प्राईवेट कालेजों से छात्रों के करोडों रुपए वापिस ना आने को लेकर आने वाले दिनों में पंजाब के कई छात्र ट्रैवल कारोबारियों के खिलाफ पुलिस को शिकायत देने के बाद मामले भी दर्ज करवा सकते है। ज्यादा कमीशन के लालच में एजेंटों ने ऐसे कालेजों में बच्चों को दाखिला दिलवा दिया जिनमें अनुमति से ज्यादा बच्चों को दाखिला दिया गया था। इस सूरत में जब मामला इमीग्रेशन विभाग के ध्यान में आया तो तत्काल प्रभाव से उन 10 कालेजों के खिलाफ जांच खोल दी गई है। हैरानी की बात है कि लाकडाउन चल रहा है और एजेंटों के दफ्तर बंद है। 

इस दौरान एक वीडियो वायरल हुई जिसमें कैनेडा में पहले से ही बैंकक्रप्ट हो चुके शिक्षन संस्थानों का उदहारण दिया गया था जिसके बाद एजेंट इस सवाल से बचने लगे और कईयों ने तो फोन तक उठाने बंद कर दिए। मगर सोशल मीडिया का दबाव बनने के बाद एजेंटों से सवाल पूछा गया कि यदि कालेज फीस नहीं देते तो क्या एजेंट खुद से फीस भरेगा यह लिख कर दे इसके बाद से एजेंटों ने अब डीएलआई बदलने शुरू कर दिए हैं क्योंक यदि डीएलआई न बदला और वीजा न आया तो ऊपर से कालेज की बैंकक्रप्टसी हो गई तो स्टूडेंट का पैसा डूबेगा और स्टू़ेडेंट कारवाई एजेंट पर करवा सकता है

कैसे बच सकते हैं छात्रों के पैसे 
इस समय छात्रों के पास अपने पैसे सेव करने का एक मौका है। यदि वह अपना डीएलआई बदल कर फीस किसी सरकारी कालेज में ट्रांसफर करवा लेते हैं तो उनके पैसे डूबने से बच जायेंगे। क्योंकि यदि विवादित कालेज दोषी पाए जाने के बाद खुद को दिवलिया घोषित कर भी देते हैं तो स्टूडैंट का पैसा पहले ही किसी दूसरे कालेज में जा चुका होगा और इससे वह लुटने से बच सकते हैं। यदि बच्चा फिर भी डीएलआई चेंज नहीं करना चाहता और वीजा रिजल्ट का इंतजार करना चाहता है तो वह हाई रिस्क पर रहेगा। 

एजेंट रिफंड रुकवाने के लिए कालेज से करवा रहे हैं गुमराह करने वाले ईमेल 
कैनेडा सरकार ने सितंबर इनटेक में फाइल लगाने वालों को आखरी तारीख 15 मई दी हैं और कहा है कि यदि कोई इस तारीख से पहले अपनी फाइल जमा करवाता है तो उसे छह अगस्त तक वीजा परिणाम दे दिया जायेगा। मगर इसमें पुराने छात्रों का कोई जिक्र नहीं है। इस हालात में दबाव बनने पर कालेजों ने गुमराह करने वाले ईमेल छात्रों को कर दिए कि 15 मई तक इंतजार करे उसके बाद वीजे आने शुरू हो जायेंगे जबकि हकीकत में पुरानी फाइलों का कोई भी जिक्र अभी नहीं किया गया है। इससे यदि 15 मई निकल गई तो शायद छात्रों को 2021 तक कोई भी समैस्टर नहीं मिलेगा और उसे मजबूरन पुराने कालेजों के साथ रिजल्ट का इंतजार करना होगा। 

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फीस रिफंड की ई मेल डालने पर छात्रों को 6 से 8 सप्ताह तक मिलता है वेटिंग टाईम
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इनवैस्टीगेशन के अधीन आए प्राईवेट कालेजों से अपनी फीस रिफंड करवाने को लेकर अगर कोई छात्र ट्रैवल कारोबारी के दफतर में जाता है तो उक्त ट्रैवल कारोबारी छात्र को प्राईवेट कालेज की ई मेल आई.डी देकर सीधा कालेज को ई मेल डाल कर अपनी फीस रिफंड करवाने के लिए बोल रहे है। कालेज को सीधा ई मेल भेजने पर छात्र को  6 से 8 सप्ताह तक प्रतीक्षा करने का समय दिया जा रहा है। सूत्र यह भी बता रहे है कि कई छात्रों को फर्जी ई मेल भी भेजे जा रहे है ताकिं छात्र किसी तरह चुप करके बैठ जाए। दूसरी तरफ सूत्र यह भी बता रहे है कि अगर आने वाले समय में कुछ प्राईवेट कालेज बैंक करपट हो गए तो भारतीय छात्रों के प्राईवेट कालेजों में कोरोडों रुपए डूब सकते है।

एैंजटों को खुश करने के लिए प्राईवेट कालेजों ने खाते में भेजी लाखों की कमीशन
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कनाडा जाने के चाहवान छात्र प्राईवेट कालेजों में अपनी फीस रिफंड लेने के लिए ट्रैवल कारोबारियों के दफतर जा कर हंगामा कर रहे है वहीं ट्रैवल कारोबारी भी बार बार प्राईवेट कालेजों के मालिकों के साथ छात्रों को फीस रिफंड के लिए अपना पूरा जोर लगा रहे है ताकिं कही छात्र उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवा कर उनके खिलाफ मामला दर्ज ना करवा दे। सूत्रों के मुताबिक वहीं कुछ प्राईवेट कालेजों ने ट्रैवल कारोबारियों को खुश करने के लिए उनके खातों में लाखों रुपए कमीशन  तक डाल दी। ताकिं किसी तरह ट्रैवल कारोबारी छात्रों को मिलने के बाद बच्चों को फीस रिफंड आने का दिलासा दे सके।

प्राईवेट कालेजों व ट्रैवल कारोबारियों में हुई थी 50-50 की डील
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि छात्रों को पढाई के तौर पर विदेश भेजने के लिए पंजाब के कई ट्रैवल कारोबारियों ने अपनी जेबें गर्म करने के लिए विदेश के कई प्राईवेट कालेजों से हाथ मिलाया आम तौर पर बताया जा रहा है कि सरकारी कालेज व यूनीवस्र्टी में छात्रों को दाखिला दिलवाने पर ट्रैवल कारोबारियों को मात्र 10 से 15 प्रतिशत तक कमीशन मिलती है। जिस कारण ट्रैवल कारोबारी सरकारी कालेजों व यूनीवस्र्टीज में छात्रों को कम दाखिला  दिलवाते है। वहीं दूसरी तरफ प्राईवेट कालेजो में ट्रैवल कारोबारियों को भारी संख्या में छात्रों को दाखिला दिलवाने के लिए 30 से 50 प्रतिशत तक कमीशन आ रही है। जिस कारण पंजाब के कई ट्रैवल कारोबारी छात्रों को मौंटरीयाल व क्यूबिक में जल्द पी.आर होने का झांसा देकर उनको प्राईवेट कालेजों में दाखिला दिलवा कर अपनी जेबें गर्म करने के साथ साथ भारतीय छात्रों की जिंदगी से खिलवाड कर रहे है।

पंजाब के बडे मगरमच्छों के चेहरे पर आई मुस्कान
मोंटरीयाल व क्यूबिक के प्राईवेट कालेजों में कथित एैंजटों की मिली भुगत से हुए फर्जीवाडे के बाद पंजाब के बडे ट्रैवल कारोबारियों के चेहरे पर भी मुस्कान दिख रही है। क्योकि उनका मानना है कि वह छात्र का वीजा लगवाने के बाद ही सारे पैसे लेते है जिसमें कालेज की फीस भी वीजा लगने के बाद ही ली जाती है। जबकि पंजाब के कई ट्रैवल कारोबारी अपनी जेबें गर्म करने के लिए छात्रों से एडवांस में ही रुपए लेकर उनसे खिलवाड कर रहे है। बडे कारोबारियों को अब उम्मीद है कि छोटे ट्रैवल कारोबारियों के हत्थे चढ कर फंसे छात्र अब उनके पास आएंगे। जिस कारण उनको भी अब उक्त छात्रों से मोटी कमाई होने की उम्मीद है। 


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Content Writer

Tania pathak

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