लॉकडाऊन में हुए 280 करोड़ के नुक्सान पर शराब ठेकेदार और सरकार आमने-सामने

punjabkesari.in Saturday, Aug 14, 2021 - 06:15 PM (IST)

जालंधर: कोरोना काल के दौरान देशभर के साथ-साथ पंजाब में भी व्यापारिक संस्थानों पर काफी बुरा असर पड़ा। खासकर अप्रैल तथा मई के महीने में पंजाब में अधिकतर संस्थान बंद रहे। लॉकडाउन की स्थिति में सरकार के आदेशों पर शराब ठेकों को भी बंद रखा गया था। इस दौरान कुछ देर के लिए ठेके खोलने की अनुमति दी भी जाती थी लेकिन काफी समय तक ठेके बंद रहते थे। उस समय के एक मामले को लेकर पंजाब भर के शराब ठेकेदार तथा सरकार आमने सामने हो गए हैं। 

दरअसल लॉकडाऊन के दौरान जब शराब ठेके बंद रहे, उस समय शराब ठेकेदारों को लगातार शराब का तय कोटा उठाना पड़ा। कोटा उठाने के साथ साथ फीस भी पूरी जमा होती रही। ठेकेदारों ने इसके लिए एक रिपोर्ट भी एक्साईज़ विभाग को दी थी। इस रिपोर्ट में नुक्सान का आंकड़ा 250 करोड़ से ऊपर का बना था तथा इसकी भरपाई के लिए सरकार से कहा गया था। 

जानकारी मिली है कि ठेकेदार काफी समय से इस राशि की सैटलमेंट के लिए विभाग के अफसरों के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन उनकी कोई नहीं सुन रहा। अपनी आवाज़ उठाने के लिए पंजाब भर के शराब ठेकेदारों ने रविवार को एक बैठक लुधियाना में रखी थी लेकिन अब उस बैठक को रद्द करवाने के लिए पंजाब सरकार का एक्साइज विभाग सक्रिय हो गया। ठेकेदारों पर तरह तरह के दबव बनाए गए हं जिसके बाद रविवार को लुधियाना के एक स्कूल रखी गई बैठक अब रद्द कर दी गई है। 

हर शराब के ग्रुप पर 40 लाख का घाटा
पंजाब में शराब ठेकेदारों के करीब 280 करोड़ रुपए सरकार की तरफ हैं जिन्हें लेने के लिए अब ठेकेदार सरकार पर दबाव बना रहे हैं। विभाग के अधिकारी इस दबाव को सरकार तक पहुंचने से पहले ही अपना दबाव बनाकर इस अभियान को खत्म करने की कोशिश में हैं। पता चला है कि पंजाब में प्रति ग्रुप शराब ठेकेदार को करीब 40 लाख का नुकसान हुआ है और राज्य में 700 ग्रुप है जो शराब ठेके चला रहे हैं। इस हिसाब से करीब 280 करोड़ रुपए बनते हैं जिसका भुगतान शराब ठेकेदार सरकार से करने के लिए कह रहे हैं। 

कोटा उठाने के लिए अफसर बनाते रहे दबाव
ठेकेदारों का कहना है कि सरकार ने लॉकडाउन के दौरान भी उनसे पूरे फीस ली है तथा उन्हें कोटा उठाने के लिए बाध्य किया गया। उस समय अफसर कहते थे की सरकार इस व्यवस्था को ठीक कर देगी तथा किसी भी ठेकेदार का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा लेकिन यह बात अब बिगड़ चुकी है क्योंकि सरकार इन ठेकेदारों को उनका नुकसान पूरा नहीं करवा रही है। 

अगले साल सरकार को हो सकता है नुक्सान
पंजाब में शराब ठेकेदारों को जो नुकसान हुआ है उसके लिए शराब ठेकेदार अब रोष की तैयारी कर रहे हैं। खास बात यह है कि अगर ठेकेदारों का यह नुकसान पूरा नहीं होता है तो अगले साल सरकार को शराब ठेकों की बोली लगाते समय बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। कारण यह कि अगर ठेकेदार नुक्सान में रहे तो उनके लिए अगले साल ठेके लेना आसान नहीं रह जाएगा।


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Content Writer

Tania pathak

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