सरहद पारः श्री गुरुद्वारा साहिब पर कटरपंथियों ने कब्जा कर लगाया ताला, सिखों में रोष

punjabkesari.in Wednesday, Dec 07, 2022 - 01:42 PM (IST)

गुरदासपुर,लाहौर (विनोद):पाकिस्तान के शहर लाहौर मे स्थित गुरुद्वारा शहीद भाई तारू सिंह पर कटरपंथियों ने कब्जा कर उस पर ताला लगा दिया तथा दावा ठोक दिया है कि यह गुरुद्वारा नही बल्कि मस्जिद है। इस संबंधित  पाकिस्तान वक्फ बोर्ड भी कटरपंथियों का साथ दे रहा है। गुरुद्वारे मे सिख समुदाय के लोगों को माथा टेकने पर भी रोक लगा दी। कटरपंथियों की इस कारवाई से पाकिस्तान सहित विश्व भर मे रहने वाले सिखों मे रोष पाया जा रहा है।

सीमापार सूत्रों के अनुसार लाहौर स्थिति इस गुरूद्वारे को लेकर कुछ वर्षो से विवाद भी चल रहा था। जबकि प्रतिदिन बड़ी संख्या मे सिख श्रद्वालु इस गुरुद्वारे मे आते थे और श्री गुरु ग्रंथ साहिब समक्ष माथा टेकते थे। शहीद गंज नलोखा इलाके मे स्थित यह गुरुद्वारा शहीद भाई तारू सिंह सिखों के लिए बहुत ही महत्व रखता है। सूत्रों के अनुसार यह पहली बार नही है कि पाकिस्तान मे किसी गुरुद्वारे पर ताला लगा कर मस्जिद होने का दावा किया गया हो। इस तरह की घटना लगभग एक साल पहले भी सामने आई थी,जब एक गुरूद्वारे को मस्जिद घोषित किया गया था। जिससे भारतीय अधिकारियों को मामले मे हस्पक्षेप करने तथा विरोध दर्ज करवाने के लिए मजबूर किया था।

गुरुद्वारा भाई शहीद तारू सिंह का क्या है इतिहास
यह गुरुद्वारा लाहौर की दिवार वाले शहर से कुछ बाहिर,नलोखा नामक इलाके मे स्थिति है। जिस बारे कहा जाता है कि यह राजकुमार दारा शिकोह का मजहूर महल था। कटरपंथी दावा करते है कि शिकोह ने अपने छोटे भाई ओरंगजेब के हाथों अपने भाई की हत्या से पहले लाहौर के गर्वनर के रूप मे काम किया था।  जबकि सिख समुदाय के लोग दावा करते है कि इस स्थान पर हजारों बेकसूर पुरूषों,महिलाओं व बच्चों की हत्या मीर मानू के आदेश पर की गई थी जो मुगल बादशाह का प्रतिनिधि था। बाद मे मीन मानू ने स्वंय ही इस स्थान को गुरुद्वारा बनाने की आज्ञा दी थी। वही दूसरी और मुस्लिम समुदाय के  लोगों का दावा है कि सिखों ने जर्बदस्ती मस्जिद पर कब्जा कर लिया था तथा जब लाहौर पर सिख शासक था।इस संबंधी लम्बे समय से विवाद के बावजूद इस धार्मिक स्थान पर सिखों का नियंत्रण था तथा इस स्थान पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश रहता था। परंतु गत दिवस कटरपंथियों ने जर्बदस्ती इस गुरुद्वारे पर कब्जा कर ताला लगा कर सिखों को पूजा अर्चना करने से रोक दिया। पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सहित सिख समुदाय के लोगों ने इस धक्केशाही का डट कर विरोध करते हुए इस शहीद भाई तारू सिंह गुरुद्वारे को उन्हे सौंपने की मांग की है।


 


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Vatika

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