पंजाब की 13 सीटों के लिए धुरंधरों की तलाश में जुटी BJP, सर्वे का पहला चरण शुरू
punjabkesari.in Wednesday, Jul 19, 2023 - 07:48 AM (IST)

जालंधर(अनिल पाहवा): भारतीय जनता पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए तैयारी शुरू कर दी है और पार्टी की तरफ से इसके तहत देश भर में सभी लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने के लिए एक मजबूत रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया गया है। इसके लिए पार्टी ने कुछ ऐसे नेताओं की सूची तैयार की है जिन्हें अगले लोकसभा चुनावों में टिकट दिया जाना तय है और उन्हें अभी से मैदान में उतरने के निर्देश जारी किए गए हैं।
इंपोर्टिड कांग्रेसी एडजस्ट होंगे या टकसाली भाजपाई
पंजाब में भाजपा की तरफ से 13 सीटों पर अकेले चुनाव लडऩे की योजना बनाई गई है, इसके लिए पार्टी उन 13 धुरंधरों की तलाश में जुट गई है, जिन्हें टिकट देकर बहुमत से जीत हासिल की जा सके। खबर मिली है कि इन 13 सीटों में से कुछ सीटों पर इंपोर्टिड कांग्रेसी भी उतारे जा सकते हैं और टकसाली भाजपाइयों को भी मौका दिया जा सकता है। लेकिन इस संबंध में अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। पार्टी ने पहले दौर का सर्वे करवाना शुरू कर दिया है, जिसमें सफल रहने वाले उम्मीदवारों को अगले दौर के सर्वे में जगह मिलेगी। तीन चरणों में सर्वे किए जाएंगे जिसके बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा।
मौजूदा सांसदों के परिवारों में भी दिया जा सकता है टिकट
पार्टी की तरफ से कुछ लोगों को सरकारी पदों से हटा कर मैदान में उतरने को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा कुछ केंद्रीय मंत्री पद पर तैनात लोगों को भी चुनावों की तैयारी के लिए मैदान में उतारने के लिए उनसे मंत्रालय वापस लिए जा सकते हैं। इसमें खास बात यह है कि अभी भी क्योंकि सर्वे का काम बाकी है तो अंतिम सर्वे के बाद कुछ उम्मीदवारों का नाम बदला भी जा सकता है। वैसे जानकारी मिल रही है कि पंजाब में 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की ओर से चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवारों को दोबारा रिपीट किया जा सकता है। कुछ मामलों में उम्मीदवार के परिवार से भी किसी सदस्य को टिकट मिल सकता है। भाजपा जिन सीटों पर पहले चुनाव लड़ती रही है, वहां उम्मीदवार उतारना इतना मुश्किल नहीं है लेकिन जिन सीटों पर भाजपा ने कभी चुनाव नहीं लड़ा, दिक्कत तो उन सीटों को लेकर आ सकती है।
जाखड़ के आने से कई टकसाली भाजपाई हुए एक्टिव
पंजाब में पार्टी ने सुनील जाखड़ को प्रदेश की कमान सौंप कर एक बड़ा ट्विस्ट दिया है और इसका सकारात्मक असर भी देखने को मिल रहा है। पार्टी के पुराने नेता जो घरों में बैठे थे, वे अब दोबारा एक्टिव हो रहे हैं क्योंकि ये लोग काफी समय से उम्मीद छोड़ चुके थे। इन लोगों को सुनील जाखड़ की कार्यप्रणाली से काफी उम्मीदें हैं, जिसके कारण ये लोग दोबारा पार्टी के लिए काम करने को तैयार हैं।