Ludhiana में सारे रिकॉर्ड तोड़ इतने लाख में बिका ‘0001’ नंबर, यहां जानें सारी Detail
punjabkesari.in Thursday, Sep 18, 2025 - 10:10 AM (IST)

लुधियाना (राम): शहर में गाड़ियों के वी.आई.पी. नंबरों को लेकर लोगों का जुनून एक बार फिर देखने को मिला। आर.टी.ओ. दफ्तर लुधियाना की तरफ से वी.आई.पी. नंबरों की ऑनलाइन बोली करवाई गई जिसमें 147 लोगों ने अपने पसंदीदा नंबरों के लिए बोली लगाई। जैसे-जैसे नीलामी आगे बढ़ती गई, माहौल और भी रोमांचक होता गया। हर किसी की नजर कुछ खास नंबरों पर टिकी हुई थी। इस बार सबसे ज्यादा चर्चा का विषय रहा नंबर ‘पी.बी.10 के.डी.0001’। इसकी रिजर्व प्राइस 1 लाख रुपए रखी गई थी। शुरुआत में बोली धीमी गति से चली लेकिन जैसे ही अंतिम चरण शुरू हुआ, बोली एकदम उछल गई। महज कुछ ही मिनटों में कीमत 10 लाख पार कर गई और आखिरकार 11 आवेदकों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद यह नंबर 18 लाख 73 हजार रुपए में नीलाम हुआ। यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा बताया जा रहा है। रिजर्व प्राइस से कई गुना बढ़ी बोली नीलामी में कई ऐसे नंबर रहे जिनकी रिजर्व प्राइस मामूली थी लेकिन लोगों ने उन्हें पाने के लिए भारी रकम खर्च करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
पी.बी.10 के.डी.0005 – रिजर्व प्राइस 40,000, बिका 5,65,500 रुपए में। पी.बी.10 के.डी.0007 – रिजर्व प्राइस 40,000, बिका 5,53,000 रुपए में। पी.बी.10 के.डी.0002 – रिजर्व प्राइस 40,000, बिका 4,44,000 रुपए में। पी.बी.10 के.डी.0009 – रिजर्व प्राइस 40,000, बिका 3,65,000 रुपए में। पी.बी.10 के.डी.0003 – रिजर्व प्राइस 40,000, बिका 3,22,500 रुपए में। पी.बी.10 के.डी.0008 – रिजर्व प्राइस 40,000, बिका 3,08,000 रुपए में। पी.बी.10 के.डी.0004 – रिजर्व प्राइस 40,000, बिका 2,65,000 रुपए में।
छोटी रिजर्व प्राइस वाले नंबरों पर भी बड़ी बोली
- पी.बी.10 के.डी.0555 – रिजर्व प्राइस 10,000, अंतिम बोली 2,30,000 रुपए
- पी.बी.10 के.डी.0006 – रिजर्व प्राइस 40,000, अंतिम बोली 2,00,500 रुपए
- पी.बी.10 के.डी.0025 – रिजर्व प्राइस 20,000, अंतिम बोली 1,69,000 रुपए
- पी.बी.10 के.डी.1313 – रिजर्व प्राइस 20,000, अंतिम बोली 1,15,000 रुपए
- पी.बी.10 के.सी.1111 – रिजर्व प्राइस 20,000, अंतिम बोली 1,01,000 रुपए
- पी.बी.10 के.सी.0011 – रिजर्व प्राइस 20,000, अंतिम बोली 1,00,500 रुपए
वी.आई.पी. नंबरों का क्रेज या स्टेटस सिंबल
लुधियाना जैसे शहर में गाड़ियां सिर्फ सफर का जरिया नहीं बल्कि स्टेटस सिंबल बन चुकी हैं। ऐसे में यूनिक और वी.आई.पी. नंबर रखने का चलन लगातार बढ़ रहा है। खासतौर पर कारोबारी वर्ग, इंफ्लुएंसर्स और समाज के सम्पन्न लोग ऐसे नंबरों के लिए बड़ी रकम लगाने से पीछे नहीं हटते। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह नीलामी अब महज सरकारी प्रक्रिया नहीं रह गई है, बल्कि एक तरह का ‘स्टेटस की जंग’ बन चुकी है। हर कोई चाहता है कि उसकी गाड़ी का नंबर दूसरों से अलग और सबसे खास हो।
नीलामी की उल्लेखनीय बातें
- सबसे महंगी बोली : पी.बी.10के.डी.0001 – 18.73 लाख रुपए
- सबसे कम बोली: पी.बी.10के.सी.0011 – 1 लाख 500 रुपए
- सबसे ज्यादा प्रतिस्पर्धा: 11 आवेदकों के बीच ‘0001’ नंबर के लिए
इस नीलामी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि लुधियाना में लोगों का गाड़ियों और उनके खास नंबरों के प्रति जुनून किसी से कम नहीं है। अब देखना यह होगा कि अगली नीलामी में कौन सा नंबर नए रिकॉर्ड बनाता है।