बरसात में सड़कों पर चलना है तो पहले अपना जीवन बीमा या मैडीकल इंश्योरैंस जरूर करवा लें

punjabkesari.in Wednesday, Jun 28, 2023 - 07:31 AM (IST)

जालंधर (खुराना): कभी समय था जब जालंधर शहर को पंजाब का सबसे सुंदर शहर कहा जाता था और इस शहर की सड़कें पूरी तरह चाक-चौबंद हुआ करती थीं। तब  अगर कहीं सड़क टूटती भी थी तो नगर निगम उस पर पैचवर्क करवा देता था।  सीवर या रोड गली के चैंबर का टूटा या गायब ढक्कन उसी समय रखवा दिया जाता था । अब जब से नगर निगम ने सड़कों पर पैचवर्क करवाने का सिलसिला बंद किया है तब से जालंधर शहर टूटी सड़कों के लिए जाना जाने लगा है ।

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अब तो जालंधर निगम के अधिकारी सीवर या रोड गली के ढक्कनों की भी परवाह नहीं करते । अगर किसी चैंबर पर ढक्कन नहीं है तो कई कई माह वैसे ही गुजर जाते हैं कोई उस ओर देखता तक नहीं । इसी कारण आज कहा जा रहा है कि अगर आपने बरसाती सीजन में जालंधर शहर की सड़कों पर चलना है तो या आपको जीवन बीमा या मैडीकल इंश्योरेंस जरूर करवा लेनी चाहिए। गौरतलब है कि बरसात के सीजन में शहर की  तमाम सड़कों पर कई कई फुट पानी जमा हो जाता है जो कई कई घंटे नहीं उतरता। इसका कारण यह है कि निगम ने कई सालों से रोड गलियों के चैंबर साफ ही नहीं करवाए हैं। 


निगम चुनावों में शहर की बदहाली बनेगी चुनावी मुद्दा
2014 में जब लोकसभा चुनाव हुए थे , तब जालंधर निगम पर अकाली-भाजपा का शासन था और उस समय भी शहर की तमाम सड़कें टूटी हुई थी ।तब इन टूटी सड़कों के लिए अकाली दल सुप्रीमो सुखबीर बादल को लोगों से माफी तक मांगनी पड़ी थी परंतु इसके बावजूद लोकसभा चुनाव में अकाली-भाजपा उम्मीदवार पवन टीनू को हार का सामना करना पड़ा था। उसके बाद 5 साल कांग्रेस का राज आया । कांग्रेसियों ने सड़कों के निर्माण पर 100-200 करोड़ रुपए खर्च तो किए परंतु सड़कें बनती और टूटती रही। जब से आम आदमी पार्टी का शासन आया है जालंधर में सरफेस वाटर प्रोजेक्ट और कई अन्य प्रोजेक्टों की वजह से सड़कों को निरंतर तोड़ा जा रहा है परंतु उस रफ्तार से नई सड़कों को बनाया नहीं जा रहा । इस कारण शहर बहुत बदहाल  अवस्था में है। माना जा रहा है कि आगामी निगम चुनावों में शहर की यह बदहाली  चुनावी मुद्दा बनेगी जिसके चलते सत्तापक्ष यानी आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को अच्छी खासी  मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है ।  वैसे भी आम आदमी पार्टी के ज्यादातर नेता और कार्यकर्ता इन दिनों नगर निगम जालंधर की नाकामी से अच्छे खासे नाराज और निराश चल रहे हैं परंतु पार्टी का संगठन या नेतृत्व निगम की कार्यप्रणाली सुधारने की ओर उचित ध्यान नहीं दे रहा ।


बरसातों में रुलाएगा सरफेस वाटर प्रोजेक्ट
सतलुज दरिया के पानी को साफ करके जालंधर के घरों में सप्लाई करने वाला सरफेस  वाटर प्रोजेक्ट पिछले 2 साल से चल रहा है जिसके चलते शहर की करीब 30 किलोमीटर सड़कों को खोदा जा चुका है ।अब बरसाती सीजन शुरू होने जा रहा है और आगामी 2 महीने जालंधर में अच्छी खासी वर्षा होने की संभावना व्यक्त की जा रही है । अब सरफेस वाटर कंपनी ने शहर की कई सड़कों को खोदकर पाइप डालने का काम शुरू कर रखा है जिससे आने वाली बरसातों में सड़कों का बुरा हाल होने की संभावना है ।  माना जा रहा है कि जिस प्रकार इस प्रोजैक्ट  के चलते शहर की ज्यादातर सड़कों को अभी खोदा  जाना है उससे यह प्रोजैक्ट अभी शहर निवासियों को लंबे समय तक रुलाएगा ।


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Content Writer

Vatika

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