MLA Raman Arora का खेल, Black Money को ऐसे किया White...हैरान कर देगा मामला
punjabkesari.in Monday, Jun 09, 2025 - 10:24 AM (IST)

जालंधर (वरुण): रमन अरोड़ा के विधायक बनने के बाद उनके रिश्तेदार (जगदंबे फैशन हाऊस के मालिक) का दो सालों में बीस गुणा कारोबार विधायक की प्लानिंग के कारण ही बढ़ा था। विजीलैंस के हाथ विधायक के रिश्तेदार की जो बैंक स्टेटमैंट लगी है, उसमें सूरत की कंपनी से लाखों के लेनदेन की सच्चाई भी सामने आ गई है। इस लेनदेन और जगदंबे फैशन हाऊस के मालिक एवं विधायक के रिश्तेदार को लेकर कई नए सबूत भी विजीलैंस के पास हैं।
सूत्रों की मानें तो विधायक ने काले पैसों को सफेद बनाने के लिए यह सारा खेल खेला था। जगदंबे फैशन हाऊस के मालिक के साथ मिल कर विधायक रमन अरोड़ा ने सूरत के पते पर एक फर्जी कंपनी खोल दी थी। हालांकि कुछ सामान सूरत से जरूर आता था लेकिन सारे सूट जालंधर में एक किराए की फैक्टरी में डिजाइन और सिलाए जाते थे। वहीं पर सूरत की फर्जी कंपनी के टैग लगा कर पैकिंग कर सप्लाई किए जाते थे। काले धन को सफेद करके अपने बैंक खातों में ट्रांसफर किए जाते थे। यही कारण है कि विधायक के रिश्तेदार का जो कारोबार दो सालों में लाखों में होता था, वह 12 करोड़ रुपए तक पहुंच गया।
इतना ही नहीं विधायक ने जालंधर में तैयार होने वाले सूरत की फर्जी कंपनी के सूट बेचने के लिए अन्य भी दुकानदारों को सप्लाई किए थे। दुकानदारों को तो पता होता था लेकिन ग्राहकों को सूरत से तैयार होकर आया सूट बोल कर बेच दिया जाता था। कुछ समय पहले ही विधायक रमन अरोड़ा ने अपने रिश्तेदार के नाम 80 मरले की जमीन नागरा फाटक के पास खरीदी थी जबकि दूसरी फैक्टरी बनाने के लिए रणवीर क्लासिक के पास करोडों का प्लाट खरीदा गया था। इस समय वह फिलहाल किराए पर बस्ती बावा खेल इलाके में फैक्टरी चला रहे हैं, जिसमें 150-200 कारीगर काम कर रहे हैं। विधायक गिरफ्तार नहीं होते तो अब तक दोनों फैक्टरियां शिफ्ट हो जानी थी। विजीलैंस के पास खरीदी गई प्रापर्टीज़ की तस्वीरें व अन्य सबूत पहुंच गए हैं, जिसकी अब जांच शुरू कर दी गई है। इस रैकेट में बाजारों के कई लेडिज सूट कारोबारी जांच के दायरे में आ सकते हैं, जो विधायक के करीबी भी हैं और कई प्रापर्टीज़ में पार्टनर भी हैं।
फुटबाल चौक के पास वाली प्रापर्टी भी आई सामने
उधर फुटबाल चौक वाली प्रापर्टी भी सुर्खियां बटौरने लगी है। बताया जा रहा है कि इस जमीन का डाक्टर और अन्य लोगों का झगड़ा चल रहा था। जैसे ही विधायक के पास मामला पहुंचा तो उन्होंने तथा कथित तौर पर दबाव डाला और बाद में उक्त जमीन बेहद सस्ते दाम में खरीद ली। बताया जा रहा है कि इस प्रापर्टी में भी कई हिस्सेदार बने जिस पर होटल बनाया जाना था। अब उक्त जमीन खरीदने के लिए पैसे कहां से आए, इसकी जांच विजीलैंस कर सकती है। दूसरी ओर रामामंडी इलाके में बनाई गई पांच मंजली इमारत के मालिक ने अपना पक्ष रखते कहा कि यह इमारत पुरानी है और आंधी आने के कारण शटरिंग गिर गई थी, जिसे ठीक करवाया जा रहा है न की कोई नया निर्माणकार्य चलाया जा रहा है।