गर्भ में बच्चे की मौत, मां को बचाने की लगाते रहे गुहार, लेकिन नहीं हुआ ऑपरेशन
punjabkesari.in Wednesday, Mar 24, 2021 - 12:11 PM (IST)

मोगा(संदीप शर्मा): जिला स्तरीय सिविल अस्पताल का जच्चा-बच्चा वार्ड अकसर यहां होने वाली लापरवाही के चलते सुर्खियों में रहता है। गत शाम स्थानीय जिला स्तरीय अस्पताल के वार्ड में उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब गांव सिंघावाला की गर्भवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, वहीं मृतका के परिजनों ने अल्ट्रासाउंड माध्यम से गर्भवती के पेट में ही बच्चे के मौत होने की पुष्टि होने संबंधी बताया और ड्यूटी पर तैनात महिला रोग विशेषज्ञ डाक्टर से बार-बार उनके कहने के बावजूद भी मृतक बच्चे को ऑप्रेशन कर बाहर निकालने में देरी करने के चलते इस घटना के होने संबंधी जानकारी दी।
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जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह नजदीकी गांव सिंघावाला निवासी अंग्रेज सिंह की ओर से अपनी गर्भवती पत्नी रजनी कौर को डिलीवरी हेतु सिविल अस्पताल के जच्चा-बच्चा वार्ड में लाया गया था। चैकअप के दौरान डाक्टर ने गर्भवती का अल्ट्रासाउंड करवाया था, जिसमें बच्चे के पेट में ही मर जाने का पता चला। अंग्रेज सिंह ने बताया कि जब उन्हें बच्चे की मौत हो जाने का पता चला तो उन्होंने ड्यूटी पर तैनात स्टाफ को रजनी की जान बचाने के लिए तुरंत ऑप्रेशन कर मरे हुए बच्चे को बाहर निकालने की अपील की। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बार-बार कहने के बावजूद भी ऑप्रेशन में देरी की गई जिससे रजनी की मौत हुई है। पीड़ित परिवार ने जिला प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाई है। इस दौरान परिजनों ने रजनी कौर की मौत होने के बाद वार्ड स्टाफ के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए हंगामा खड़ा कर दिया।
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वहीं डा. सिमरत खोसा का कहना है कि मौत से कुछ समय पहले ही ड्यूटी पर तैनात स्टाफ की ओर से रजनी का ब्लड प्रैशर चैक किया गया था, जो बिल्कुल सही था। रजनी की अचानक इस तरह मौत होने पर वह भी हैरान है, इस कारणों की पुष्टि पोस्टमार्टम करने पर ही लग पाएगी। जहां तक रजनी की सर्जरी करने का सवाल था तो उसका पहला बच्चा नॉर्मल डिलीवरी से हुआ था, जिसकी जानकारी परिजनों ने उन्हें दी थी। अगर पहले बच्चे का जन्म सर्जरी से होता तो वह तुरंत सर्जरी का फैसला ले सकते थे। गर्भवती रजनी की हालत सामान्य थी, जिसे देखते हुए उन्होंने उसके पेट में मर चुके बच्चे को नॉर्मल डिलीवरी करवाने की सोची थी। परिजनों द्वारा लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं।
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