अब जी.पी.एस. के बिना नहीं दौड़ पाएंगी सरकारी व निजी बसें

punjabkesari.in Monday, Jun 18, 2018 - 08:40 AM (IST)

लुधियाना (मोहिनी): राज्य परिवहन की बसों में तेल चोरी, समय चोरी या फिर स्टाफ द्वारा ड्यूटी के समय मौज-मस्ती नहीं चल पाएगी। राज्य सरकार द्वारा अब कर्मियों व बसों पर निगाह रखने के लिए जी.पी.एस. (इंटरनैट) को अपनाया जा रहा है, जिसके जरिए बसों की मूवमैंट की मॉनीटरिंग विभाग का चंडीगढ़ कार्यालय करेगा। हालांकि यह योजना पंजाब में पिछली सरकार द्वारा भी चलाई गई थी, लेकिन तब यह तकनीक कामयाब नहीं हो पाई थी।

रोडवेज को फायदे में लाने के लिए परिवहन विभाग जी.पी.एस. को हर बस में जरूरी करने की योजना पर काम कर रहा है।ट्रांसपोर्ट मंत्री अरुणा चौधरी खुद इस योजना की देख-रेख कर रही हैं, जिनका कहना है कि रोडवेज में अब पुराना जंगल राज नहीं चलेगा, सरकार यात्रियों व राजस्व का पूरा ख्याल रखेगी और नियम तोडऩे वालों पर सख्ती भी की जाएगी। अरुणा चौधरी ने बताया कि अब रोडवेज में 600 नई बसें डाली जाएंगी, जिसमें 300 पनबस, 280 रोडवेज और 30 
ए.सी. बसें शामिल होंगी।

जी.पी.एस. से तेल चोरी व अन्य घटनाओं पर लगेगी ब्रेक
जी.पी.एस. किसी की भी लोकेशन ट्रैक करने का सबसे बेहतरीन जरिया है, जिसका पूरा नाम ग्लोबल पोजीशङ्क्षनग सिस्टम (जी.पी.एस.) है। मंत्री के निर्देशों पर पंजाबभर में चलने वाली सभी सरकारी व प्राइवेट बसों में जी.पी.एस. सिस्टम लगेगा। जी.पी.एस. सिस्टम से यह पता लगाया जा सकता है कि कौन सी बस कहां और कब पहुंची और तेल चोरी जैसी अन्य घटनाओं पर ब्रेक लगेगी। 

आम यात्री का ए.सी. मेें सफर करने का सपना चकनाचूर
एच.वी.ए.सी. बसों को बाहर निकालने का नुक्सान अब आम यात्री को भुगतना पड़ेगा, जिनकी जगह वॉल्वो बसें ले लेंगी। जहां एच.वी.ए.सी. में आम बस से 10 फीसदी किराया ज्यादा देकर आम व्यक्ति ए.सी. में सफर कर लेता था, वहीं वॉल्वो बसें ज्यादा चार्ज करेंगी यानी लुधियाना से चंडीगढ़ का किराया आम बस में 115 रुपए है, जो एच.वी.ए.सी. में 10 फीसदी बढ़कर 130 के करीब होता था। अब यही किराया वॉल्वो बस में 300 रुपए के करीब पहुंच गया है। इससे आम यात्री का ए.सी. मेें सफर करने का सपना चकनाचूर हो जाएगा। 


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Anjna

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