सरकारी स्कूल की खस्ता हालत, बच्चों सहित माता-पिता ने किया हाईवे जाम

punjabkesari.in Tuesday, Nov 01, 2022 - 01:20 PM (IST)

मालेरकोटला: बदली किए 5 स्कूल अध्यापकों को वापस लाए जाने की मांग समेत स्कूल के गलत शिक्षा तथा सफाई प्रबंधों को लेकर सरकारी प्राइमरी स्कूल किला रहमतगढ़ के नन्हें बच्चों और अध्यापकों ने सुबह ही स्कूल लगने के समय क्लासों का बायकाट करके अपने माता-पिता समेत किला रहमतगढ़ की ईदगाह के सामने नाभा-पटियाला मुख्यमार्ग जाम करते हुए धरना दिया तथा नारेबाजी की। स्कूली बच्चों और अभिभावकों ने बताया कि स्कूल में सफाई का बहुत बुरा हाल है। कोई भी सफाई सेवक न होने के कारण स्कूली बच्चे खुद ही अपनी क्लासों की सफाई करते हैं। स्कूली बच्चों के अभिभावकों नसरीन प्रवीण, मोहम्मद जमील, कुतबदीन और समाज सेवी मोहम्मद नसीर भट्टी ने स्कूल प्रिंसीपल पर अभिभावकों को परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब सरकार राज्य के सरकारी स्कूलों की हालत सुधारने और स्मार्ट स्कूल बनाने की बातें कर रही है, जबकि पहले चलते इन सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का इतना बुरा हाल है कि 5वीं कक्षा के विद्यार्थियों को अपना और अपने अभिभावकों का नाम भी सही नहीं लिखना आता।

स्कूल प्रिंसीपल और अध्यापक स्टाफ की आपसी कथित गुटबाजी के बीच स्कूली बच्चों की पढ़ाई का नुक्सान होने की बात करते हुए अभिभावकों ने कहा कि किला रहमतगढ़ के इस सरकारी प्राइमरी स्कूल में स्कूल प्रबंधक और टीचर स्टाफ की तरफ से बच्चों की पढ़ाई की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा, जबकि पिछले कई दिनों से बच्चों के माता-पिता स्कूल स्टाफ को बच्चों की पढ़ाई की तरफ विशेष ध्यान दिए जाने संबंधी मिलकर विनतियां करते आ रहे हैं, परंतु कोई भी ध्यान नहीं दे रहा। इस कारण उनको मजबूर होकर आज यह कदम उठाना पड़ा है। उन्होंने स्कूल में बच्चों को दिए जाते मिड-डे मील खाने के बुरे सफाई प्रबंधों पर भी सवाल उठाए।

इस संबंधी स्कूल प्रिंसीपल ने कहा कि उनके द्वारा किसी के साथ बुरा व्यवहार नहीं किया गया और न ही किसी बच्चे को स्कूल से बाहर निकाला गया है। उन्होंने माना कि विभाग की तरफ से स्कूल में सफाई सेवक का प्रबंध न किए जाने कारण सफाई की कुछ समस्या आ रही है परंतु बच्चों से क्लासरूमों की सफाई कराए जाने आरोप झूठे हैं। स्कूल स्टाफ की नियुक्ति संबंधी पूछे एक सवाल के जवाब में प्रिंसीपल मैडम ने बताया कि उनके स्कूल में 850 के करीब बच्चे हैं जबकि उन्हें पढ़ाने के लिए अध्यापक सिर्फ 14 हैं और 10 अध्यापकों की पोस्टें खाली पड़ीं हैं। 

उल्लेखनीय है कि स्कूल में बच्चों की और मौजूदा नियुक्त टीचरों की संख्या से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस सरकारी स्कूल में पढ़ाई की हालत कैसी होगी। धरने की सूचना मिलने पर मालेरकोटला थाना सिटी-1 के एस.एच.ओ. इंस्पैक्टर हरजिन्दर सिंह और हलका विधायक के पी.ए. चौधरी शमशूदीन, जफर अली और मोहम्मद हलीम ने मौके पर पहुंच कर स्कूली बच्चों पर अभिभावकों के साथ बातचीत करने उपरांत स्कूल प्रिंसीपल के साथ बात की। हलका विधायक की टीम ने स्कूल में अध्यापकों की कमी का मामला विधायक के ध्यान में लाकर जल्दी ही टीचरों की कमी को पूरा करने का भरोसा दिया। स्थिति बिगड़ती देख स्थानीय जिला शिक्षा अफसर भी मौके पर पहुंच गए थे। स्कूली बच्चों पर अभिभावकों की तरफ से रखी गई मांगों को शिक्षा अफसर की तरफ से पूरा करने का भरोसा दिलाने उपरांत धरना समाप्त कर दिया गया।

 


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Content Writer

Sunita sarangal

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