कमजोर लीडरशिप के कारण हुआ शिअद का बुरा हाल: परमिंदर ढींढसा

punjabkesari.in Monday, Jun 22, 2020 - 04:33 PM (IST)

संगरूर/सुनाम (बेदी): पूर्व वित्त मंत्री व विधायक परमिंदर सिंह ढींढसा ने कहा कि शिरोमणी अकाली दल बादल का बुरा हाल पार्टी की कमजोर लीडरशिप होने के कारण हुआ क्योंकि पार्टी सिद्धांतों पर शानदार रवायतों को सूली चढ़ाकर रेत माफिया, भूमाफिया, नशा तस्करों व गैंगस्टरों को हवा देने लग गई थी जिसका खमियाजा अकाली दल को विधानसभा व लोकसभा में भुगतना पड़ा।

कमजोर लीडरशिप की कमजोरी करके ही नौजवान पार्टी से किनारा कर गए व अकाली दल के पास अब अकाली दल के नाम कारण नेता रह गए है जो भी धीरे धीरे खीसकने लगे है। इस कारण बदाल छोड़ो मुहिंम आगे बढ़ रही है। यहां अकाली दल के पूर्व जिलाध्यक्ष जत्थेदार प्रितपाल सिंह हांडा के घर पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए ढींडसा ने कहा कि लोग अकाली विचारधारा को उतना ही मानसम्मान देते है जितना कुछ समय पहले देते रहे है। सभी सोचते है कि अकाली विचारधारा द्वारा ही पंजाब का भला संभव है।

ढींढसा ने कहा कि बादल परिवार से लोग बेहद दुखी है, अब कृषि व कृषि मंडीकरण मामले के स्टैंड ने सुखबीर सिंह बादल की कारपोरेट घराणों पक्षीय सोच को जग जाहिर कर दिया है। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि बादलों ने किसान व पंजाब विरोधी फसैलों सबंधी स्टैंड केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर की कुर्सी बचाने के लिए लिया है। उन्होंने कोरोना से निपटने के लिए केंद्र व पंजाब सरकार की तीव्र आलोचना करते हुए कहा कि सरकारों की लापरवाहियों के कारण आम लोगों को कुछ ज्यादा मुश्किलों से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन दौरान समय मिलने के बावजूद अस्पतालों अंदर अभी तक इंफ्रास्ट्रकचर का प्रबंध नही किया गया।

उन्होंने दावा किया कि नया अकाली दल करीब 2 महीनों में अस्तित्व में आ जाएगा जिसका चेहता पंथक होगा। ढींढसा ने कहा कि पंजाब अंदर बादल व कैप्टन विरूद्ध तीसरा फ्रंट भी बनेगा क्योंकि पंजाब के समूचे लोग दोनों पार्टियों से दुखी है। इस डर के कारण कैप्टन व सुखबीर नए फ्रंट की सरगर्मियों को रोकने का यत्न कर रहे है। उन्होंने लोगों को जोरदार अपील की कि पंथ व पंजाब की भलाई के लिए सुखदेव सिंह ढींडसा की शुरू की मुहिंम ओर प्रचंड करने के लिए आगे आएं।


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Mohit

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