PGI बना देश का पहला अस्पताल, जहां 3 डी एक्सोस्कोप से होगा अब मरीजों का इलाज

punjabkesari.in Wednesday, Dec 30, 2020 - 10:19 AM (IST)

चंडीगढ़ (पाल) : अब पी.जी.आई. में न्यूरो (ब्रेन) के मरीजों को 3डी एक्सोस्कोप से इलाज मिल सकेगा। पी.जी.आई. न्यूरोसर्जरी डिपार्टमैंट ने 3डी एक्सोस्कोप की मदद से पहली बार दो मरीजों के ट्यूमर को रिमूव किया है। इसके साथ ही पी.जी आई. देश का पहला अस्पताल बन गया है, जहां इस लैटेस्ट टैक्नोलॉजी से मरीजों का इलाज हो सकेगा। न्यूरो सर्जन डॉ. दंडापानी और उनकी टीम ने यह सर्जरी की है। 

डॉ.  दंडापानी ने बताया कि यह एक नई टैक्नोलॉजी है। आमतौर पर हम एंडोस्कोप अंदर से देखते हैं, लेकिन यह हमें 3डी पिक्चर बना कर देता है। ब्रेन के अंदर की सही इमेज पता होने से बीमारी को अछी तरह डायग्नोज किया जा सकेगा। इससे इलाज करने में भी आसानी भी होगी।
 फिलहाल टैक्नोलॉजी हमारे लिए भी नई है लेकिन धीरे-धीरे ट्रैंड होने पर इससे सर्जरी का वक्त भी हो जाएगा। न्यूरो सर्जरी की फील्ड में यह एक बहुत बड़ी एडवांसमैंट है जिसकी मदद से अब मरीजों के ऑप्रेशन और बेहतर तरीके से होंगे। 

5 से 6 सैंटी मीटर के ट्यूमर निकले
पी.जी.आई. में इस टैक्नोलोजी से दो महिलाओं का ट्यूमर रिमूव किया गया है। एक की  ब्रेन में और दूसरी महिला को ऑर्बिटल ट्यूमर जिससे आंखों को रोशनी को नुक्सान होता है। आंखों में भेंगापन भी हो सकता है का इलाज किया गया। 5 से 6 सैंटीमीटर के ट्यूमर निकले गए हैं। एक की उम्र 30 व दूसरी की 60 के करीब है। दोनों की कंडीशन है जल्द ही डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। 

डॉ. दंडापानी ने कहा कि इस टैक्नोलॉजी की मदद से सर्जन का कम्फर्ट लेवल बढ़ेगा। जाहिर सी बात है जिसकी मदद से सर्जरी आऊटकम भी बेहतर होगा। इससे पहले 2 डी का इस्तेमाल होता रहा है। माइक्रोस्कोप से देखने पर जितनी क्लियर पिक्कर दिखती है उसी तरह हर कोई बिना माइक्रोस्कोप के भी बीमारी को अच्छी तरह देखा जा सकेगा।

पी.जी.आई. को हैमोडायलिसिस मशीन की डोनेट
चंडीगढ (पाल):चंडीगढ़ पूल ट्रस्ट ने पी.जी.आई. को हैमोडायलिसिस मशीन डोनेट की। कोविड-19 की वजह से डायलिसिस करवाने वाले मरीजों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में उन्हें काफी राहत मिलेगी। नेफ्रोलॉजी विभाग की ओर से अस्पताल में कर्मचारियों के साथ-साथ कोविड-19 रोगियों के लिए विशेष रूप से 8 डायलिसिस मशीनों की अब सुविधा मिल रही है। डायलिसिस मशीन को औपचारिक रूप से हेमांशु जेटली और श्याम लाल शर्मा ट्रस्ट के प्रतिनिधियों द्वारा प्रोफैसर जगत राम, निदेशक पी.जी.आई. को सौंप गया। प्रो. जगत राम ने पूल ट्रस्ट का धन्यवाद और सराहना की। उन्होंने नेफ्रोलॉजी विभाग की ओर से दी जा रही 24 घंटे डायलिसिस सुविधाओं की भी सराहना की।


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Tania pathak

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