पिम्स प्रशासन की दलित भाईचारे के साथ धक्केशाही नहीं होगी बर्दाश्त :चंदन ग्रेवाल

punjabkesari.in Sunday, Oct 15, 2017 - 01:27 PM (IST)

जालंधर (अमित): पंजाब सफाई मजदूर दफ्तर में गत दिवस एक मीटिंग की गई, जिसमें पंजाब सफाई मजदूर फैडरेशन, सीवरेज इम्प्लाइज यूनियन, सफाई मजदूर यूनियन, ड्राइवर एंड टैक्नीकल वर्कर्स यूनियन, पंजाब स्टेट म्यूनिसिपल कर्मचारी दल, वाटर सप्लाई, फिटर, कुली यूनियन, सफाई मजदूर संघ, एस.सी./बी.सी. इम्प्लाइज यूनियन के मुख्य प्रतिनिधि शामिल हुए। मीटिंग की अध्यक्षता पंजाब सफाई मजदूर फैडरेशन के प्रधान चंदन ग्रेवाल ने की।

चंदन ग्रेवाल ने कहा कि इस मीटिंग का मुख्य मुद्दा पिम्स प्रशासन की तरफ से वहां पर काम करते दलित स्टाफ और कर्मचारियों के साथ की जा रही धक्केशाही था, जो किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मुद्दे पर नगर निगम जालंधर की समूह यूनियनों की तरफ से रोष प्रकट किया गया। पिम्स स्टाफ की तरफ से पिम्स प्रशासन द्वारा की जा रही धक्केशाही संबंधी लेबर कोर्ट में केस दर्ज करवाया गया था, जोकि अभी भी माननीय अदालत में लंबित है। 

मगर पिम्स प्रशासन ने माननीय अदालत की अवमानना करते हुए पिम्स स्टाफ के 2 दलित कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया था। समूह यूनियनों की तरफ से पुलिस प्रशासन के रवैये के ऊपर भी सवालिया निशान लगाया गया। पिम्स के दलित स्टाफ और कर्मचारियों द्वारा पिम्स के रैजीडैंट डायरैक्टर डा. कंवलजीत और एच.आर. मैनेजर हरनीत कौर के खिलाफ तिथि 01-10-2017 को डिवीजन नं. 7 में एस.सी./एस.टी. एक्ट के अधीन जातिसूचक शब्द बोलने और दलित स्टाफ के साथ भेदभाव करने संबंधी शिकायत दी गई थी, जिसके ऊपर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।

मीटिंग को संबोधित करते हुए पंजाब सफाई मजदूर फैडरेशन के प्रधान चंदन ग्रेवाल की तरफ से कहा गया कि अगर एक हफ्ते में पिम्स प्रशासन ने दलित भाईचारे से संबंधित बर्खास्त किए गए कर्मचारियों को बहाल न किया, पिम्म स्टाफ की मांगों को नहीं माना और दोषी डायरैक्टर डा. कंवलजीत व मैनेजर हरनीत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं की तो नगर निगम की समूह यूनियनों और समूह धार्मिक दलित संगठनों की तरफ से पिम्स प्रशासन के खिलाफ संघर्ष आरंभ किया जाएगा, जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और पिम्स प्रशासन की होगी। 
 


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