पुलिस ने झूठा मामला दर्ज कर फैक्टरी कर दी सील

punjabkesari.in Friday, Jun 22, 2018 - 09:14 PM (IST)

अमृतसर(टोडर मल): कैटल फीड (पशुओं का चारा बनाने वाली फैकटरी) के मार्का को लेकर परिवारिक विवाद के चलते पुलिस पर फैकटरी सील करने के तथाकथित आरोप लगाते सुखदेव सिंह ने पत्रकारों को बताया कि मेहता शाप मार्का सुखदेव सिंह वरियाम सिंह पुत्र जुगिंद्र सिंह, माता सुरिंद्र कौर के नाम वर्ष 2000 से रजिस्टर्ड है और जो वर्ष 2020 तक वैलेड है। सुखदेव सिंह ने आगे जानकारी देते बताया कि उनके भाई बलदेव सिंह मेहता शाप मार्का को लेकर अपना झूठा दावा कर रहा है। जबकि उक्त मामला सुखदेव व बलदेव सिंह के नाम पर माननीय अदालत में विचाराधीन है। उन्होंने बताया इसके बावजूद भी थाना सी. डिवीजन द्वारा 22 अप्रैल 2018 को उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज करके और बिना नोटिस दिए 19 जून 2018 को उनकी फैक्टरी सील कर दी गई। सुखदेव सिंह आरोप लगाया है कि पुलिस ने पहले भी उनके खिलाफ दो पर्चे किए थे। जिसमें उन्होंने इन मामलों में मार्के की मालकी को लेकर स्टे ले रखा है और इन मामलों में उन्होंने अपनी बेल भी करवा रखी है।

मुलाजिमों से की मारपीट
उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया है कि जब पुलिस उनकी फैक्टरी सील करने के लिए पहुंची तो उनके मुलाजिमों की भी मारपीट की गई और उन्हें यह धमक्कियां भी दी गई है वह कि फैक्टरी से दूर रहे वरना उनके खिलाफ पर्चे दर्ज किए जाएंगे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि उनका भाई बलदेव सिंह उनको जान से मारने की धमक्कियां भी दे रहा है। सुखदेव सिंह पुलिस के उच्चधिकारियों से मांग की इन मामालों की निष्पक्ष जांच की जाए और उन पर जो झूठे पर्चे दर्ज किए गए हैं उन्हें खारिज किया जाए और उनकी जान माल की रक्षा की जाए। इस अवसर पर ढाबवस्ती राम एसोसिएशन के प्रधान हर्षदीप सिंह चन्न, चेयरमैन पुषपिंद्र सिंह, कुलदीप सिंह, सीता राम भगत, विजय चोपड़ा आदि उपस्थित थे। 

आरोप बताए बेबुनियाद
दूसरी तरफ से सुखदेव सिंह के भाई बलदेव सिंह ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपो को बेबुनियाद बताया। बलदेव सिंह कहना है कि मेहता शाप मार्का उनके नाम पर है और उनके भाई सुखदेव, कुलदीप सिंह उनके मार्के का नाम इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब सभी भाई इक्कठे रहते थे तो कंथूनंगल में डोल एंड कंपनी को बंद कर दिया था और वर्ष 2007, 2008 में कंपनी का बंटवारा हो गया था और वर्ष 2011 में मेरे भाईयों ने अपने हस्ताक्षर करके यह लिख कर दे दिया था कि उक्त मार्का दर्शन कौर के नाम किया जाए। इस उपरांत वर्ष 2016 में यह मार्का उनके नाम रजिस्टर्ड है। जब कि 2014 में उनकी माता की मृत्यु हो गई थी उनके भाई 2016 में उनके मार्के का नाम इस्तेमाल कर रहे थे। जिसके आधार पर उनके खिलाफ तीन पर्चे दर्ज किए जा चुके है और 22 अप्रैल 2018 को तीसरा पर्चा दर्ज होने के बाद भी वह अपनी मनमानियों से नहीं हट रहे, जिसके कारण पुलिस ने इनकी फैक्टरी सील कर दी। 

वकीलों की राय पर दर्ज किया था मामला
इस संदर्भ थाना सी-डिवीजन के प्रभारी रविशेर सिंह से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि धारा 115 के तहत मौके पर पुलिस पार्टी ने पहुंच कर मामले की जांच करने उपरांत ही सुखदेव सिंह की फैक्टरी सील की थी और जिसकी रिपोर्ट माननीय इलाका मैजिस्टेड को भेज दी गई है। उन्होंने बलदेव सिंह के नाम पर मेहता शाप मार्का चल रहा था जिसमें वकीलों की राय पर मामला दर्ज किया गया था। 


 


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