35 सालों के अपने राजनीतिक करियर में सुखदेव ढींडसा सिर्फ एक चुनाव जीते: चंदूमाजरा

punjabkesari.in Tuesday, Jan 14, 2020 - 10:36 AM (IST)

चंडीगढ़(भुल्लर): शिरोमणि अकाली दल का कहना है कि अकाली दल के विरुद्ध लड़ाई में जिस फुर्ती से कांग्रेसी मंत्री सांसद सुखदेव ढींडसा तथा उनके पुत्र परमिंद्र सिंह ढींडसा का समर्थन करने के लिए मैदान में उतरे हैं, उससे साबित हो गया है कि सभी मोर्चों पर विफल रहने के बावजूद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा पंथक पार्टी को कमजोर करने के लिए दोनों ढींडसा को ‘प्यादों’ के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।

अकाली नेताओं बलविंद्र सिंह भूंदड़ तथा प्रोफैसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि सुखदेव सिंह ढींडसा तथा मुख्यमंत्री के बीच निकटता हाल ही में दोनों के बीच हुई डिनर मीटिंग से स्पष्ट हो गई थी। अब कांग्रेसी मंत्रियों द्वारा ढींडसा परिवार के प्रवक्ताओं के तौर पर संभाली ड्यूटियों से स्पष्ट हो गया है कि वह एक मिलीभगत के तहत काम कर रहे हैं। ढींडसा गुट में सिर्फ ढींडसा का बेटा परमिंद्र तथा दामाद तेजिंद्रपाल सिंह सिद्धू शामिल हैं। उनका पंथक वोटें बांटने के एकमात्र उद्देश्य से कांग्रेस पार्टी द्वारा समर्थन किया जा रहा है।

वरिष्ठ अकाली नेताओं ने कहा कि अकाली दल के सभी नेता तथा कार्यकत्र्ता चट्टान की तरह पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साथ खड़े हैं। भूंदड़ तथा प्रोफैसर चंदूमाजरा ने कहा कि अकाली दल के खिलाफ कांग्रेस से मिलकर बड़ा गठबंधन बनाने की कोशिश करने की बजाय सुखदेव ढींडसा को पहले लोगों को अपने व्यवहार के बारे में जवाब देना चाहिए। क्या यह सच नहीं है कि पिछले 35 सालों के अपने राजनीतिक करियर में सुखदेव ढींडसा सिर्फ एक चुनाव जीते हैं? क्या प्रकाश सिंह बादल तथा सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में अकाली दल ने ढींडसा को रा’यसभा मैंबर नियुक्त करके तथा केंद्रीय मंत्री बनाकर ऊंचे पद नहीं दिए? पार्टी नेताओं ने ढींडसा परिवार को उनके तानाशाही व्यवहार तथा अपने निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी को जिताने में अक्षमता के कारण छोड़ा है।


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