निजी अस्पतालों को भी भविष्य में बनाना पड़ेगा कोरोना वार्ड !
punjabkesari.in Monday, Jun 08, 2020 - 05:51 PM (IST)
जालंधर (रत्ता): कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या जिस तरह लगातार बढ़ रही है और निजी अस्पतालों में से भी कोरोना पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। इस हालात में लगता है कि भविष्य में निजी अस्पतालों को भी कोरोना पाज़ेटिव रोगी के लिए अलग तौर पर वार्ड बनाना पड़ेगा। 30 अप्रैल 2020 तक जिले में कोरोना के संक्रमित रोगी की संख्या सिर्फ 89 थी, जो कि अब 300 पर पहुंच गई है। चिंताजनक बात यह है कि सिर्फ़ मई महीनो में ही लगभग 165 केस मिले थे और अब जून के 7 दिनों में 45 केस मिल चुके हैं।
जिले में पॉजिटिव आए इन मामलों में से कुछ केस ऐसे भी हैं जो निजी अस्पतालों की तरफ से करवाए गए टैस्ट के बाद सामने आए हैं। इतने दिनों कुछ निजी अस्पताल वालों ने किसी भी रोगी का आपरेशन करन से पहले उसका कोरोना टैस्ट करवाना ज़रूरी कर दिया है। ऐसे में निजी अस्पतालों की तरफ से कोरोना वार्ड बनाना इस लिए ज़रूरी हो गया है क्योंकि यदि वह पॉजिटिव आने वाले मरीज़ों को सरकारी अस्पताल में भेज देते है तो इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि उक्त मरीज़ आपरेशन करवाने के लिए उसी अस्पताल में दोबारा जायेगा। इन सभी बातों को देख कर लगता है कि निजी अस्पतालों वाले जल्द ही अपने अस्पतालों में कोरोना वार्ड बना लेंगे।