विधानसभा सत्र : लौंगोवाल, विधायक खैहरा, बैंस और टीनू के खिलाफ पेश होंगी विशेषाधिकार हनन रिपोर्टें!

punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2020 - 08:12 AM (IST)

जालंधर(नरेंद्र मोहन): पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के पहले ही दिन तूफान आने की संभावना है। अति विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार बुधवार को बिजनैस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में सत्र के प्रथम दिन के कार्यक्रमों में कुछ परिवर्तन किए गए हैं। इन परिवर्तनों में अन्य कार्यों के साथ-साथ विशेषाधिकार कमेटी की रिपोर्ट भी पेश की जानी है। 

पंजाब विधानसभा की विशेषाधिकार कमेटी की इन रिपोर्टों में क्या शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अध्यक्ष गोबिंद सिंह लौंगोवाल, ‘आप’ के बागी विधायक सुखपाल सिंह खैहरा, लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस और अकाली दल के पवन कुमार टीनू के खिलाफ भी रिपोर्टें पेश होंगी? 

सूत्रों के अनुसार शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लौंगोवाल के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की जो रिपोर्ट पेश की जाएगी उसमें आरोप है कि उन्होंने जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की जांच रिपोर्ट की निंदा उस वक्त की थी जब यह मामला पंजाब विधानसभा के सदन में चर्चा के लिए रखा हुआ था। लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस के खिलाफ कांग्रेस के विधायक कुलबीर सिंह जीरा की शिकायत पर विशेषाधिकार अवहेलना का मामला कमेटी के समक्ष आया था जिसमें आरोप था कि विधायक बैंस ने न सिर्फ सदन में हंगामा किया बल्कि उन्होंने विधानसभा में रखे दस्तावेजों को विधानसभा स्पीकर पर फैंका था। इसी प्रकार वर्तमान में बागी और पूर्व में आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल सिंह खैहरा पर आरोप था कि उन्होंने रेत माफिया को लेकर कांग्रेस के विधायकों के विरुद्ध आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल किए थे। खैहरा ने ऐसे आरोप बार-बार लगाए। 

रिपोर्ट पेश होने पर बैकफुट पर आ जाएंगी पार्टियां 
 गौरतलब है कि खैहरा ने 29 नवम्बर 2018 को यह आरोप लगाया था कि कांग्रेस का प्रत्येक विधायक अवैध रेत माइनिंग के धंधे में शामिल है। अकाली दल के विधायक पवन कुमार टीनू के खिलाफ भी सदन की कार्रवाई के दौरान तत्कालीन मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के साथ कहा-सुनी और आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल करने के आरोप थे। दिलचस्प बात यह है कि ऐसे समय में जब पंजाब विधानसभा में विपक्षी पार्टियां शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी कैप्टन सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की तैयारी में है उस समय विशेषाधिकार कमेटी की रिपोर्ट पेश होने से ये पार्टियां बैकफुट पर आ जाएंगी। 


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swetha

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