Punjab: फिर सड़कों पर उतरे किसान, जानें क्या है पूरा मामला

punjabkesari.in Monday, Jan 06, 2025 - 04:31 PM (IST)

बठिंडा(विजय वर्मा): बीते दिनों संयुक्त किसान मोर्चा भारत के आह्वान पर टोहाना के गांव कोठा गुरु से भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की जा रही बस पलटने से कोठा गुरु की 3 महिलाओं की मौत हो गई और दर्जनों किसान घायल हो गए। लेकिन राज्य सरकार की ओर से अब तक हादसे के पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने और उनके हक में कोई बयान जारी नहीं किया गया है।

इसी के विरोध में यूनियन द्वारा डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के सामने धरना देने का ऐलान किया गया। बठिंडा में जिला प्रधान शिंगारा सिंह मान के नेतृत्व में डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के सामने धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। उन्होंने सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि एक तरफ भगवंत मान की सरकार किसानों के हितैषी होने के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन पंजाब सरकार हादसे के पीड़ित परिवारों की मांगों को अनदेखा कर रही है। कड़ाके की ठंड में अन्य किसानों को अस्पतालों और सड़कों पर ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस अड़ियल रवैये के खिलाफ धरने दिए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, संघर्ष जारी रहेगा।

उनकी मांगों के अनुसार:
1. तीन मृत महिलाओं के परिवारों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए।
2. एक महिला को सरकारी नौकरी दी जाए और परिवार का सारा कर्ज माफ किया जाए।
3. गंभीर घायलों को 5 लाख रुपये और अन्य घायलों को 2-2 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए।
4. घायलों का इलाज सरकारी खर्चे पर विशेषज्ञ डॉक्टरों से करवाया जाए।
5.डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के सामने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते किसान।


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Vatika

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