पंजाब के 3 और टोल प्लाजा हो सकते हैं बंद, CM मान लेंगे फैसला

punjabkesari.in Sunday, Feb 12, 2023 - 08:51 AM (IST)

गढ़शंकर: टोल प्लाजा बंद बेशक कई अपने समय के अनुसार अथवा नियमानुसार पंजाब में हुए हैं, पर स्टेट हाईवे 24 पंजाब (बलाचौर-दसूहा) पर स्थित 3 विभिन्न टोल प्लाजा करीब एक महीने से बंद पड़े हैं। इसका कारण यह है कि इनकी मियाद 14 फरवरी 2023 को पूरी होने जा रही है। इसके बारे में चंडीगढ़ से बलाचौर द्वारा दसूहा तक जाते समय पहले टोल प्लाजा मजारी, दूसरा चब्बेवाल तथा तीसरा मानगढ़ गांव दसूहा के समीप है। करीब 104.96 किलोमीटर पर आने-जाने वाले वाहन चालकों को सैंकड़ों रुपए टोल देने पड़ते थे।

वहीं बहुत ही भरोसेमंद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को दोपहर 3 बजे मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान टोल कंपनी तथा पी.डब्ल्यू.डी. के उच्च अधिकारियों से उक्त तीनों टोल प्लाजों को बंद करने अथवा चलाने संबंधी अहम मीटिंग हो ही है। क्योंकि मंगलवार 14 फरवरी को इसकी मियाद के बोर्ड या लगे रहेंगे अथवा उतारे जाएंगे। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री पंजाब सार्वजनिक तौर पर एक ऐलान भी कई बार कर चुके हैं कि पंजाब के टोल प्लाजे पिछली सरकारों ने अपनी खराब मंशा से लगाए गए थे, पर वह जनता के हित में इन सभी टोल प्लाजों को बंद करके सांस लेंगे। इस बयान को देखे तो यह टोल प्लाजे यकीनन बंद होंगे। 

यदि कंपनी का पक्ष देखा जाए तो 476 दिनों की पूर्ति यदि सरकार नहीं करती तो सरकार खिलाफ कंपनी अदालत में जा सकती अथवा जा चुकी है। क्योंकि यह बात पी.डब्ल्यू.डी. के सरकारी अधिकारी भी मानते हैं। यदि सरकार इन टोल प्लाजों को बंद करेगी तो करीब 4 करोड़ 76 लाख की राशि कंपनी को अदा करेगी। यह दोनों पक्षों में सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री कंपनी को राशि देने के मूड में हैं, परंतु टोल चलाने के हक में नहीं हैं। क्योंकि यदि यह तीनों टोल प्लाजा जारी रहे तो फिर पंजाब की जनता सरकारी बोर्डों के हटाए जाने को दूसरे अर्थों के साथ देखेगी।

कब से टोल शुरू हुए

रोहन राजदीप कंपनी को उस समय की प्रदेश सरकार ने अपग्रेडेशन आप्रेशन तथा मैंटीनैंस बलाचौर दसूह रोड (ओ.बी.टी. बेसिस) पर 3 टोल बैरियर 6 मार्च 2007 को लगाए थे। इन टोल का जहां मुख्य मकसद पैसा एकत्रित करना था, उसके साथ-साथ इस 104.96 किलोमीटर के करीब रोड की मुरम्मत, रख-रखाव, दुर्घटनाओं के लिए एम्बुलैंस, राहगीरों के लिए विश्राम गृह आदि मुहैया करवाना भी था।

कितनी उगाही की जाती थी कंपनी द्वारा

भरोसेमंद सूत्रों तथा सरकारी अधिकारियों से एकत्रित आंकड़ों के मुताबिक टोल प्लाजा मजारी से रोजाना औसत पौने 2 लाख, टोल प्लाजा चब्बेवाल से करीब 4 लाख तथा टोल प्लाजा मानगढ़ (दसूहा) से करीब अढ़ाई लाख रुपए कंपनी एकत्रित करती आ रही है। पर इस कंपनी ने बहुत बार समय पर इस स्टेट हाईवे 24 की मुरम्मत तक नहीं करवाई। इसका कारण माइनिंग आदि बताया जाता रहा।

पी.डब्ल्यू.डी. ने टोल बंद करने के बोर्ड लगाए

करीब एक महीने से इन तीनों टोल प्लाजों पर पी.डब्ल्यू.डी. द्वारा टोल के बंद होने के बारे में सूचना बोर्ड लगा दिए हैं। जबकि अब यह बोर्ड कंपनी के कुछ अधिकारियों के अनुसार टोल की तिथि बढ़ने की संभावना के कारण हटाए जा सकते हैं।

कंपनी का पक्ष 476 दिनों का बकाया

रोहन राजदीप कंपनी का कहना है कि कोविड-19 तथा किसान आंदोलन तथा नोटबंदी आदि करके उनके 3 टोल 476 दिन बंद रहे हैं। इसलिए विभागीय नियमानुसार उनका हक बनता है कि 476 दिन का करीब एक दिन के 10 लाख रुपए के हिसाब से 476 दिनों की राशि लेने की कंपनी हकदार है, जो कि काफी हद तक सच्चाई भी है। दूसरा कंपनी इन तीनों टोल पर करीब 500 से 600 व्यक्तियों को रोजगार देती आ रही है। यहां तक कि लॉकडाउन तथा किसान आंदोलन के दौरान मुलाजिमों को बनता वेतन भी दिया गया जबकि उगाही बंद रही।

क्या कहते हैं पी.डब्ल्यू.डी. के अधिकारी

जब उक्त संबंधी पी.डब्ल्यू.डी. (पंजाब लोक निर्माण विभाग) के एस.डी.ओ. प्रेम कमल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके विभाग ने बोर्ड टोल खत्म होने की तिथि के बोर्ड लगा दिए हैं। बाकी फैसला सरकार क्या करती है या नहीं। यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि मुरम्मत क्यों चल रही है तो उन्होंने कहा कि यह टोल कंपनी की दायित्व पूर्ति है।

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Content Writer

Sunita sarangal

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