राजस्थान का जुगाड़ू यंत्र करेगा पंजाब के किसानों की फसलों की रक्षा

punjabkesari.in Friday, Jul 19, 2019 - 11:47 AM (IST)

लुधियाना(सलूजा): हर वर्ष आवारा पशु व पंछी किसानों की गेहूं, धान, मक्की, सूरजमुखी, आलू व कमाद समेत कई फसलों को नुक्सान पहुंचाते हैं। इससे बचाव हेतु किसानों की तरफ से अपने स्तर पर कई तरह के जुगाड़ फिट किए जाते रहे हैं लेकिन यह जुगाड़ किसानों के लिए अधिकतर तौर पर फायदेमंद साबित नहीं हुए। अब पंजाब के किसानों की फसलों की रक्षा राजस्थान का एक जुगाड़ू यंत्र रात के समय करेगा। इस यंत्र के चलने में हवा की अहम भूमिका रहेगी। 

क्या है जुगाड़ू यंत्र
एक टीन का पीपा है जुगाड़ू यंत्र जोकि एक बैटरी, एक स्टील की प्लेट और 2 छोटी संगलियों से तैयार किया गया है। इसको खेतों के बीच टांग दिया जाता है। बैटरी व हवा के दम पर लाइट के जगमगाने के साथ ही संगलियों के आपस में टकराने से पैदा होने वाली आवाज से खेतों के नजदीक रात के समय आने वाले पंछी व जानवर भाग जाते हैं। 

क्या कहते हैं जिला मुख्य खेतीबाड़ी अफसर 
जिला मुख्य खेतीबाड़ी अफसर डा. बलदेव सिंह ने बताया कि यहां से एक किसान पिछले दिनों राजस्थान गया था। वहां पर उसके नजदीकी एक किसान द्वारा अपने खेतों में लगाए इस जुगाड़ू यंत्र के बारे में पूछा तो उसने इसके काम करने के बारे में बताया। इस किसान ने लुधियाना आने पर जब इस संबंधी जानकारी सांझी की तो इस जुगाड़ू यंत्र को प्रैक्टीकल तौर पर परखने की तैयारी की गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह यंत्र रात को ही काम करेगा।

किसानों को दे रहे हैं डैमो
यह जुगाड़ू यंत्र रात के समय कैसे काम करता है, के बारे में जानने के लिए किसानों में एक अलग तरह की दिलचस्पी जिला खेतीबाड़ी ऑफिस में देखने को मिली। जिला मुख्य खेतीबाड़ी अफसर डा. बलदेव सिंह अलग-अलग समय पर आने वाले किसानों को इकट्ठा करके डैमो दे रहे हैं। बहुत से किसान इस जुगाड़ू यंत्र का इस्तेमाल करने के लिए आगे आने लगे हैं। किसानों का कहना है कि दिन के समय तो अपनी फसलों की रक्षा करने के लिए कोई चिंता नहीं होती लेकिन रात के समय कई बार आवारा पशु भारी नुक्सान कर जाते हैं। यदि यह यंत्र कामयाब रहता है तो फिर इसको लगाने में कोई दिक्कत नहीं है। न ही इसे खरीदने पर कोई ज्यादा पैसे खर्चने पड़ेंगे बल्कि उनकी फसलें रात के समय भी सुरक्षित रह सकेंगी। 


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