भिक्षावृत्ति का शिकार मासूम बच्चों का रेस्क्यू मामला, DNA रिपोर्ट से खुला राज
punjabkesari.in Friday, Oct 03, 2025 - 12:17 PM (IST)

लुधियाना (खुराना): जिला प्रशासन द्वारा गत 21 जुलाई को प्रोजैक्ट जीवन ज्योति 2 के तहत शहर के विभिन्न इलाकों में छापेमारिया कर 18 बाल भिखारियों को रेस्क्यू करवाया गया जोकि संदिग्ध हालातों में सड़कों पर भीख मांग रहे थे। प्रशासन द्वारा पंजाब सरकार के निर्देशों पर उक्त बच्चों को उनके असली मां-बाप के साथ मिलवाने की मकसद से 6 बच्चों का स्थानीय सिविल अस्पताल में डी.एन.ए. टैस्ट करवाया गया। बच्चों की करीब 40 दिनों बाद आई डी.एन.ए. रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उक्त सभी बच्चे अपने असल अभिभावकों की छत्रछाया में ही सड़कों पर भीख मांग रहे थे।
छापेमारी के दौरान रैस्क्यू करवाए गए सभी बच्चों को जिला टास्क फोर्स टीम के अधिकारियों द्वारा करीब 40 दिनों तक सुरक्षा के लिहाज से बाल गृह में ही रखा गया था। देशभर में मासूम बच्चों के अपहरण और चोरी के लगातार बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए पंजाब सरकार द्वारा प्रोजैक्ट जीवन ज्योति 2 शुरू किया गया है। इस मामले को लेकर पंजाब केसरी द्वारा शहर को भिक्षावृत्ति जैसे गंभीर अपराध से मुक्त करवाने और मासूम बच्चों को शिक्षा जैसे बहुमूल्य ज्ञान के साथ जोड़ने के लिए आम जनता के सहयोग से विशेष अभियान जोड़ा गया। इसमें जनता को अपील की गई कि शहर की विभिन्न सड़कों पर भीख मांग रहे बच्चों को नकद राशि न दी जाए।
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