नौकर ने मालकिन को रस्सी से बांधा, लाखों का सोना और कैश लेकर हुआ फरार
punjabkesari.in Thursday, Nov 14, 2019 - 04:05 PM (IST)

लुधियाना (ऋषि): लुधियाना में चोरों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। आए दिन चोरी की वारदातों को दिन-दिहाड़े अंजाम दिया जा रहा है। ऐसा ही मामला पंचशील कालोनी का सामने आया है, जहां एक और नेपाली नौकर ने 2 दोस्तों के साथ मिलकर दिन-दिहाड़े वारदात को अंजाम दिया।
12 दिन पहले बिना पुलिस वैरीफिकेशन करवाए रखे नेपाली नौकर ने घर पर मौजूद हौजरी व्यापारी की पत्नी से मारपीट कर उसे बंधक बनाकर अलमारी से 25 लाख कैश, 50 तोले सोने के आभूषण, 1 किलो चांदी, 3 लैपटॉप व अन्य कीमती सामान चुराकर ले गया। पता चलते ही घटनास्थल पर पहुंची थाना सराभा नगर की पुलिस जांच में जुट गई। हौजरी व्यापारी राकेश कुमार ने बताया कि उसकी माधोपुरी में बवेजा ब्रदर्स के नाम से हौजरी इकाई है। बुधवार सुबह उसके दोनों बेटे स्कूल चले गए। लगभग 10.30 बजे वह भी पत्नी सोनिया के साथ नाश्ता कर फैक्टरी चला गया। दोपहर 1.20 बजे जब बेटा राघव स्कूल से घर वापस आया, तब उन्हें वारदात बारे पता चला। नेपाली अपने कपड़ों का एक बैग वहीं पर छोड़ गया।
12वीं में पढ़ रहे बेटे ने दरवाजा तोड़ खोले मां के हाथ-पैर
पीड़िता ने बताया कि वह अपने कमरे में आराम कर रही थी, तभी नेपाली अपने 2 दोस्तों के साथ जबरदस्ती अंदर घुस आया। उसके हाथ में पेचकस और तेजधार हथियार थे। आते ही उन्होंने उससे मारपीट करनी शुरू कर दी और अलमारी की चाबी छीन ली जिसके बाद उसे चुनी से बैड के साथ बांध दिया और अलमारी से सारा सामान चुराया। जाने से पहले आरोपी उसका मोबाइल फोन भी साथ ले गए। जब उसका 12वीं में पढ़ता बेटा स्कूल से वापस आया तो मां कमरे में चिल्ला रही थी। उसने दरवाजा तोड़ा और अंदर जाकर मां के हाथ-पांव खोले।
कश्मीर के व्यापारियों ने एडवांस दी थी नकदी
राकेश कुमार ने बताया कि 2 दिन पहले ही कश्मीर से वापस आया था। वहां के व्यापारियों से आर्डर लेकर आया था। उन्हीं की तरफ से एडवांस पैसे दिए गए थे जो घर पर रखे थे। वहीं दिसंबर में उनकी बेटी ने कनाडा से वापस आने पर पार्टी करनी थी, उसी की तैयारियों के चलते सारा गोल्ड घर पर रखा हुआ था।
अपने नाम पर सिम भी लेकर दिया था नेपाली को
पुलिस के अनुसार मालिक की तरफ से 12 दिन पहले अपनी जान-पहचान के किसी व्यक्ति के माध्यम से उक्त नेपाली रखा गया था लेकिन उसके बारे में पुलिस को सूचना नहीं दी गई थी। उसने नेपाली को अपने नाम पर नया सिम कार्ड भी लेकर दिया था। पुलिस के अनुसार जिस व्यक्ति के माध्यम से नेपाली रखा गया था, उसके बारे में भी कुछ पता नहीं चल रहा। वहीं घर पर लगे कैमरों की फुटेज खंगालने पर सामने आया है कि नेपाली के 2 दोस्त सुबह 11.20 बजे घर पर दाखिल हुए हैं जो वारदात कर 12.30 बजे तक चले गए।
आज तक चोरी-लूट कर भागे एक भी नेपाली को नहीं पकड़ पाई पुलिस
लुधियाना पुलिस का इतिहास है कि आज तक उसकी तरफ से चोरी-लूट कर भागे एक भी नेपाली नौकर को पकड़ा नही जा सका। इस प्रकार नेपाली नौकरों द्वारा की गई 100 प्रतिशत चोरी-डकैती की वारदातें अनट्रेस हैं। पुलिस कमिश्रर द्वारा सख्ती बरतने के बाद भी लुधियानवी नौकर रखने से पहले उसके आई.डी. प्रूफ और पुलिस वैरीफिकेशन करवाना जरूरी नहीं समझ रहे। इसी बात का फायदा उठा नेपालियों की तरफ से आए दिन चोरी व लूट की वारदातें की जा रही हैं और उनका कोई भी प्रूफ, पता पुलिस के हाथ न होने के चलते हाथ पर हाथ धरे बैठी है।