भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार साधू सिंह धर्मसोत की बढ़ी मुश्किलें, अब सामने आया ये मामला

punjabkesari.in Wednesday, Jul 06, 2022 - 11:13 AM (IST)

चंडीगढ़ (रमनजीत): पंजाब के पूर्व वन एवं वन्य जीव मंत्री साधू सिंह धर्मसोत की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार साधू सिंह धर्मसोत के खिलाफ जन प्रतिनिधि कानून के तहत कार्रवाई की भी तलवार लटक गई है। यह तलवार धर्मसोत के खिलाफ चल रही विजीलैंस जांच के दौरान सामने आए तथ्यों के आधार पर विजीलैंस ब्यूरो द्वारा  चुनाव आयोग को भेजी गई चिट्ठी की वजह से है।

चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग को पंजाब विजीलैंस ब्यूरो की तरफ से भेजी गई चिट्ठी में कहा गया है कि जांच में सामने आया है कि साधू सिंह धर्मसोत की पत्नी शीला देवी के नाम पर चंडीगढ़ के साथ मोहाली के सैक्टर-80 में प्लॉट नंबर 27 खरीदा गया था। यह रिहायशी प्लॉट 500 वर्ग गज का था, जिसे मई, 2021 में खरीदा गया था और ग्माडा के रिकॉर्ड के मुताबिक यह प्लॉट 9 जून 2021 को साधू सिंह धर्मसोत की पत्नी शीला देवी के नाम पर ट्रांसफर कर दिया गया था। 2 मार्च 2022 को एक दरखास्त के जरिए शीला देवी द्वारा उक्त 500 वर्ग गज के प्लॉट को राज कुमार व कश्मीर सिंह के नाम ट्रांसफर करने की मांग ग्माडा से की गई थी।

चिट्ठी में कहा गया है कि साधू सिंह धर्मसोत द्वारा 31 जनवरी, 2022 को नाभा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडऩे के लिए अपना नामांकन दाखिल किया गया था और उक्त नामांकन पत्र के साथ संलग्न शपथपत्र में दी गई जायदाद की जानकारी में उन्होंने अपनी पत्नी के पास मौजूद संपत्ति की सूचना साझा करते हुए कहीं भी उक्त 500 वर्ग गज  के प्लॉट का जिक्र नहीं किया, जो कि जन प्रतिनिधि कानून की धारा 125ए के तहत अपराध है। विजीलैंस ब्यूरो द्वारा चुनाव आयोग से आग्रह किया गया है कि जनप्रतिनिधि कानून के तहत आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाए। 


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Vatika

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