पंजाब में रोज लगता है 100 करोड़ का सट्टा : सट्टा बाज़ार
punjabkesari.in Thursday, Jan 03, 2019 - 10:17 AM (IST)

जालंधर(कमलेश): भारत के कानून के मुताबिक सट्टा खेलना गैर कानूनी है, लेकिन इसके बावजूद सट्टे का खेल निरंतर चल रहा है। इस अवैध धंधे को चलाने वाले सरगनाओं ने इसे अब हाइटैक रूप दे दिया है। सट्टे का रिजल्ट सट्टा किंग वैबसाइट पर ऑनलाइन आता है इसमें अलग-अलग गेम्स के रिजल्ट आते हैं जिनमें दिल्ली, दिसावर गली और गाजियाबाद प्रमुख हैं। जानकारी के अनुसार अकेले पंजाब में ही प्रतिदिन 100 करोड़ का सट्टा लगता है। आकलन के अनुसार पंजाब में साल भर में लगने वाला सट्टा कुछ राज्यों के एनुअल बजट से भी ज्यादा है। इस सारे खेल में बड़े खिलाड़ी शामिल हैं।
सट्टा बाज़ार में ऐसे लगता है सट्टा
ग्राहक को पैसे जीतने के लिए 1 से 100 नंबर में से एक का चुनाव करना होता है, सही आकलन करने पर उसे एक हजार रुपए का सट्टा लगाने पर 1 लाख रुपए दिए जाते हैं और इसी लालच में फंसकर रोज लोग अपने पैसे गंवाते हैं। हर एक सट्टे की गेम के रिजल्ट की टाइमिंग तय होती है जैसे दिल्ली का रिजल्ट सुबह 5 बजे और गली का रिजल्ट रात को 11 बजे आता है।
सरकारी लाटरी की आड़ में भी लगता है सट्टा
सरकारी लाटरी के आड़ में भी कई लोग सट्टा लगवाते हैं और भोले-भाले लोगों को ठगते हैं। पुलिस को सब मालूम होता है लेकिन सिर्फ दिखावे के लिए कार्रवाई होती है। बाद में फिर से ऐसा करने वाले लोग अपने धंधे को अंजाम देना शुरू कर देते हैं।
इन जिलों में लगता है सबसे ज्यादा सट्टा
जालंधर
लुधियाना
अमृतसर
रूपनगर
इन वैबसाइट्स पर आते हैं सट्टे के रिजल्ट
सट्टा-किंग-इंडिया डाटकॉम - satta-king-india.com
सट्टा किंग दरबार डाटकॉम - sattakingdarbar.com
सट्टा किंग बाजार डाटइन - sattakingbazar.in
सट्टा वैबसाइट्स पर क्यों नहीं होती कार्रवाई
इन सट्टा वैबसाइट्स की जानकारी पुलिस से छिपी नहीं है लेकिन इसके बावजूद इन वैबसाइट्स पर अंकुश न लगाने के कारण पुलिस भी सवालों के घेरे में खड़ी होती है। इन वैबसाइट्स को साइबर सैल की सहायता से बंद किया जा सकता है। सट्टा लगाने वाले लोग इन साइट्स पर डिपैंड होते हैं। अगर यह साइट्स बंद की जाती हैं तो लोगों द्वारा लगाए जा रहे सट्टे के रुझानों में कमी आएगी।