Online हुआ देह व्यापार का धंधा, Whatsapp पर आंटी भेज रही युवतियों की फोटो

punjabkesari.in Monday, Sep 09, 2019 - 10:46 AM (IST)

लुधियाना(ऋषि): पुलिस कमिश्नर डा. सुखचैन सिंह गिल की टीम की तरफ से देह व्यापार के अड्डों और मसाज सैंटरों पर की जा रही रेड के बाद देह व्यापार का धंधा करने वाली  आंटियों ने पुलिस से बचने के लिए नया हाईटैक तरीका अपना लिया है, ताकि चाह कर भी पुलिस का हाथ उनकी गर्दन तक न पहुंच सके। जानकारी के अनुसार अवैध काम करने वाली सभी आंटियों की तरफ से व्हाट्सएप पर ग्रुप बनाए गए हैं जिसमें अपने सभी ग्राहकों को एड किया गया है। प्रतिदिन सुबह आंटी द्वारा ऑनलाइन सभी को मैसेज भेजे जाते हैं जिसमें विदेशी युवतियों की फोटो भी होती हैं। ग्राहकों की तरफ से फोटो पसंद आने पर आंटी के साथ पैसों की बात की जाती है जिसके बाद शाम होने तक डील फाइनल हो जाती है। ग्राहक की तरफ से युवती से सीधा सम्पर्क नहीं साधा जाता बल्कि जिस होटल या फार्म हाऊस में उन्होंने युवती को बुलाना होता है वहां का पता दे दिया जाता है। इसके बाद आंटी का ड्राइवर अपनी कार में युवती की डिलीवरी करने जाता है और कुछ घंटों बाद युवती का फोन आने पर उसे वापस लेने चला जाता है।

PunjabKesari
दिल्ली, मुम्बई से भी आ रही युवतियां
धंधा करवाने वालों की तरफ से दिल्ली, मुम्बई से भी युवतियां मंगवाई जा रही हैं, जिनकी तरफ से अमीर घरों के युवाओं को अपनी बातों में लेकर फ्रैंडशिप की जा रही है और बाद में उनकी बात न बताने पर ब्लैकमेङ्क्षलग तक की जाती है। परिवार को इस बारे में पता लगने पर पडऩे वाली डांट के डर से वे किसी को कुछ नहीं बताते। 

PunjabKesari
कोड वर्ड से जोड़े जा रहे नए ग्राहक
कई आंटियों ने अपने ग्राहकों को कोड वर्ड दिए हुए हैं। जब कोई नया ग्राहक आंटी से सम्पर्क साधता है तो पहले कोड वर्ड बताता है जिसके बाद आंटी को यकीन हो जाता है कि डील करने पर कोई खतरा नहीं है। 

स्टेटस पर भी डाल रहे फोटो
कुछ आंटियों की तरफ से बुकिंग के लिए हर रोज अपने नम्बर के स्टेटस पर भी फोटो अपलोड की जा रही हैं ताकि ग्राहकों को नई युवतियों के बारे में पता चल सके। युवा वर्ग बना साफ्ट टारगेट ऑनलाइन अवैध काम करने वालों की तरफ से युवा वर्ग को अपना साफ्ट टारगेट बनाया जा रहा है। ज्यादातर स्कूलों-कालेजों के विद्यार्थियों की तरफ से इनसे सम्पर्क साधा जा रहा है। आंटियों की तरफ से रात की बजाय दिन के समय युवतियां भेजी जा रही हैं और बच्चे घरों में झूठ बोलकर इस अवैध काम की दलदल में फंसते जा रहे हैं। शहर के कई लड़कों की तरफ से भी यही काम किया जा रहा है और वे स्कूलों-कालेजों में पढऩे वालों को डिस्काऊंट के नाम पर अपने साथ जोड़ रहे हैं। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vatika

Recommended News

Related News