खतरे में Punjab के बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग! होश उड़ा देगी ये Report...
punjabkesari.in Thursday, Jun 05, 2025 - 02:47 PM (IST)

चंडीगढ़: पंजाब से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जिसे पढ़कर आप भी चिंता में डूब जाएंगे। दरअसल, पंजाब की हवा, पानी और जमीन में लगातार प्लास्टिक घुलता जा रहा है, जिससे पूरा वातावरण प्रदूषित हो रहा है। इसके साथ ही कई तरह की बीमारियां भी जन्म ले रही हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब में पिछले 4 वर्षों के भीतर प्लास्टिक का उत्पादन 38 प्रतिशत बढ़ गया है।
इसका कारण है घरों में रोज़ाना इस्तेमाल होने वाली अधिकतर चीज़ों में प्लास्टिक का प्रयोग होना। दरअसल, पानी की बोतल, शैम्पू, टूथपेस्ट, बिस्किट, नमकीन, जूस की बोतल, कपड़े धोने का साबुन आदि पैक्ड सामान प्लास्टिक से ढंका होता है। इनमें से कुछ प्लास्टिक तो रिसायकल हो जाता है, लेकिन ज़्यादातर प्लास्टिक कूड़े में मिलकर पर्यावरण को प्रदूषित कर रहा है।
सरकार समाधान के लिए कर रही कोशिश
पर्यावरण मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब में वर्ष 2019-20 में प्लास्टिक का वार्षिक उत्पादन 92,890 टन था, जो वर्ष 2022-23 में बढ़कर 1,28,744.64 टन पर पहुंच गया। हालांकि सरकार प्लास्टिक के निपटारे के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन इसके विपरीत इसका उत्पादन लगातार बढ़ता जा रहा है। बता दें कि माइक्रोप्लास्टिक जब मानव शरीर में प्रवेश करता है, तो यह हार्मोन सिस्टम को प्रभावित करता है। इससे बांझपन और कई अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।