Pak को झटका, डैम का काम पूरा होते ही बंद होगा पाकिस्तान को जाने वाला पानी

punjabkesari.in Monday, Apr 15, 2024 - 03:02 PM (IST)

गुरदासपुर(विनोद): जैसे जैसे रावी दरिया पर बन रही रंजीत सागर डैम की सहयोगी परियोजना शाहपुर कंडी डैम का निर्माण कार्य पूरा होने को है,उसके साथ ही पाकिस्तान के राज्य पंजाब में भय का माहौल बनता जा रहा है। तीन दशक पहले प्रस्तावित इस बांध के पूरा होने से यहां भारतीय पंजाब में 5,000 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि और जम्मू-कश्मीर में 32,000 हेक्टेयर से अधिक कृषि योग्य भूमि को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। वही 260 मैगावाट बिजली का उत्पादन भी होगा। परंतु यह बांध पाकिस्तान की ओर माधोपुर हैड वर्कस के रास्ते दरिया के पानी के किसी भी प्रवाह को अवरुद्ध कर देगा। जिससे स्पष्ट होता है कि अब पानी के लम्बे समय से भारत तथा पाकिस्तान के बीच चल रहे पानी युद्व में भारत अब पाकिस्तान पर भारी पडऩे वाला है।

जानकारी के अनुसार रावी दरिया भी सिंधू जल समझौते अधीन छह दरियाओं का हिस्सा है जो सिंधु जल संधि द्वारा शासित हैं। दोनों देशों के बीच 1960 में हस्ताक्षरित दक्षिण एशिया में केवल दो प्रमुख सीमा पार जल संधियों में से एक है (दूसरी 1996 की गंगा संधी है), जिसे जल कूटनीति की भारत की एक बड़ी सफलता माना जाता है। शाहपुर कंडी बांध और भारत द्वारा इसे पूरा करने पर हालिया विवाद कुछ समय से उग्र हो रहा है। वर्ष 1960 में हुई इस संधी अधीन दरियाओं का पानी रोकने के लिए भारत सरकार ने तब पाकिस्तान सरकार को 100 करोड़ रूपये का भुगतान किया था। वैसे तो इस समय रावी दरिया का फालतू पानी माधोपुर हैडवर्कस के रास्ते पाकिस्तान की तरफ छोड़ा जाता है। पंरतु शाहपुर कंडी डैम का काम पूरा होने के बाद पाकिस्तान को रावी दरिया से एक बूंद पानी नही मिलेगा। जिससे पाकिस्तान के राज्य पंजाब में पानी की भारी किल्लत हो जाएगी। यही बात पाकिस्तान को अब सता रही है। इस संंबंधी पाकिस्तान आरोप लगा रहा है कि भारत द्वारा अपने क्षेत्र में परियोजनाओं के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय,पाकिस्तान को नुकसान पंहुचाने की एक साजिश है। भारत इस संबंधी स्पष्टीकरण दे चुका है कि उन्होने जब रंजीत सागर डैम बनाने की योजना बनाई थी तो तब पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय र्कोट का सहारा लिया था। तब भारत पाकिस्तान के बीच सिंधू जल संधी हुई थी।

जिसमें भारत अपने ईलाके में बहने वाले दरियाओं का पानी रोकने के लिए पाकिस्तान को 100 करोड़ रूपये का मुआवजा देगा। जिस पर भारत ने पाकिस्तान को यह राशि देकर रंजीत सागर डैम का निर्माण पूरा किया। पंरतु तब पाकिस्तान ने यह नही सोचा था कि 100 करोड़ रूपये लेकर वह अपने पांव पर कुलहाड़ी मार रहा है। भारत सरकार की शाहपुर कंडी डैम को मार्च 2025 तक पूरा करने की योजना है। इस डैम के पूरा होने से 260 मैगावाट बिजली उत्पादन के साथ साथ रंजीत सागर डैम से भी पूरी क्षमता 600 मैगावाट में बिजली उत्पादन लिया जा सकेगा। जबकि जम्मू तक हाई लैवल नहर के माघ्यम से सिंचाई कार्यो के लिए पानी भी इस डैम से दिया जाना है तथा बिजली उत्पादन का 25 प्रतिशत हिस्सा जम्मू कश्मीर को मुफ्त मिलेगा। क्योंकि इस शाहपुर कंडी डैम के लिए अधिकतर जमीन जम्मू कश्मीर राज्य से ली गई है। इस संंबंधी पंजाब तथा जम्मू कश्मीर सरकार के बीच लिखित समझौता हो रखा है।


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Content Writer

Vatika

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