खालिस्तान की धमकी के खिलाफ सिखों का फूटा गुस्सा
punjabkesari.in Friday, Jul 17, 2020 - 09:04 AM (IST)
नई दिल्ली: भारत सरकार द्वारा आतंकवादी घोषित ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू की दिल्ली को खालिस्तान बनाने की धमकी से दिल्ली के सिखों का गुस्सा फूट पड़ा है। सिखों ने इसके लिए पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. को जिम्मेदार बताते हुए उसका पुतला फूंका। साथ ही दिल्ली में स्थित पाकिस्तानी दूतावास के बाहर विरोध- प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन की अगुवाई दिल्ली में सिखों का प्रतिनिधित्व करने वाली जागो पार्टी तथा अन्य सिख संगठनों ने मिलकर किया। प्रदर्शनकारी थाना चाणक्यपुरी के बाहर ही सड़क पर बैठ गए और सिख्स फॉर जस्टिस व आई.एस.आई. के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सिखों ने पाकिस्तान दूतावास की ओर कूच भी किया। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष तथा जागो पार्टी के प्रमुख मनजीत सिंह जी.के. के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन में सिखों ने चंद डॉलरों के लिए देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे लोगों को खालिस्तान की आड़ न लेने की नसीहत दी। जी.के. ने कहा कि पाकिस्तान की शह पर अमरीका से संचालित सिख्स फॉर जस्टिस देश को तोडऩे की कोशिश कर रही है। साथ ही चीन से भी इन्होंने अपनी मुहिम के लिए सहयोग मांग कर यह साबित कर दिया है कि पाकिस्तान व चीन प्रायोजित इनकी मुहिम से देश के सिखों का भला नहीं होने वाला।
जी.के. ने उठाए सवाल
जी.के. ने पन्नू द्वारा अपने संगठन को ‘सिख अधिकारवादी समूह’ बताने के दावों पर भी सवाल उठाए और कहा कि पन्नू का एकमात्र एजैंडा सिख भावनाओं को भड़काकर पाकिस्तान और चीन से पैसा एकत्र करना है। उन्होंने कहा कि जब अमरीका में मुझ पर इनके लोगों ने हमला किया था, मेरी पगड़ी उतारी थी, तब सिखी के प्रति इनका प्यार और मेरे मानवाधिकार कहां थे?