....जब हींग व शिलाजीत बेचने पहुंचे छोटे बच्चे

punjabkesari.in Wednesday, Nov 21, 2018 - 07:28 PM (IST)

रूपनगर(कैलाश): शरद ऋतु शुरू होते ही कुछ प्रवासी बच्चों ने हींग व शिलाजीत आदि बेचने के लिए शहर में डेरे डाल दिए हैं। वैसे तो 14 वर्ष से कम आयु वाले बच्चों से काम लेना भले ही कानूनी तौर पर जुर्म माना जाता है परंतु गरीबी व लाचारी से मजबूर उक्त प्रवासी छोटे बच्चे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जमीन पर बैठ कर ही गर्म तासीर वाली महंगी चीजें बेचते हैं परंतु जब कोई उनसे खरीददारी नहीं करता तो यह बच्चे लोगों को कन्वीनसिंग के साथ-साथ मजबूर भी करते देखे जाते हैं। 

इस संबंध में लोगों का कहना है कि भले ही सरकारों ने सभी को शिक्षित करने के लिए कई सुविधाएं तथा योजनाएं चालू की है परंतु दूसरी तरफ उक्त प्रवासी छोटे बच्चे सरकार की योजनाओं से अंजान हैं। इसके अतिरिक्त खाद्य सामान बेचने वाले बच्चों के पास किसी तरह का फूड लाइसैंस भी नहीं होत तथा यह क्या और किस क्वालिटी का सामान बेच रहे हैं। इस पर भी प्रश्नचिन्ह लगा रहता है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vaneet

Recommended News

Related News