ड्रग स्मगलरों ने की STF कांस्टेबल की गोली मारकर हत्या

punjabkesari.in Wednesday, Oct 02, 2019 - 09:06 AM (IST)

अमृतसर (संजीव): जंडियाला-तरनतारन रोड पर स्थित गांव जानिया में आज कुख्यात ड्रग स्मगलरों ने स्पैशल टॉस्क फोर्स के कांस्टेबल गुरदीप सिंह पर उसी की पिस्तौल से ताबड़-तोड़ गोलियां दाग उसे मौत के घाट उतार दिया। एस.टी.एफ. जालंधर का यह कांस्टेबल डी.एस.पी. अजयपाल सिंह द्वारा स्मगलरों को पकडऩे के लिए लगाए गए ट्रैप में शामिल था और फर्जी ड्रग डीलर बनकर स्मगलरों के साथ जा रहा था। जिसे बीच रास्ते पहचानने के बाद स्मगलरों ने कांस्टेबल के डब में लगी उसकी सरकारी पिस्तौल निकाल उसे गोलियों से भून डाला। जब तक उसका पीछा कर रही एस.टी.एफ. की टीम मौके पर पहुंचती तब तक स्मगलर वहां से फरार हो चुके थे। खून से लथपथ गुरदीप सिंह को उपचार के लिए एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां उसे डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।  

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डी.एस.पी. ने क्यों नहीं दिया कवर
ड्रग तस्करों की गिरफ्तारी के लिए लीड कर रहे डी.एस.पी. अजयपाल सिंह ने अपने कांस्टेबल गुरदीप सिंह को कवर क्यों नहीं दिया, यह एक बड़ा सवाल उच्च अधिकारियों के लिए जांच का विषय है। कांस्टेबल गुरदीप सिंह डब में सरकारी पिस्तौल लगा अकेला ही ड्रग तस्करों के पास चला गया जबकि एस.टी.एफ. अधिकारी को चाहिए था कि उसके आसपास कुछ ऐसा करता कि ड्रग तस्करों को उस पर गोलियां चलाने का मौका ही न मिलता। इसके लिए उसे भी अपने कुछ कर्मचारियों को राइफलों के साथ तैनात करना चाहिए था। 


देर रात तक चल रहा था सर्च ऑप्रेशन
कांस्टेबल गुरदीप सिंह की मौत के बाद स्पैशल टॉस्क फोर्स ने गांव जानिया व जंडियाला-तरनतारन रोड पर देर रात तक सर्च ऑप्रेशन चलाया जिसमें कांस्टेबल पर गोलियां दाग फरार हुए तस्करों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा था। एस.टी.एफ. ने डोर-टू-डोर जाकर तस्करों की तलाशी की। फिलहाल दोनों में से अभी कोई तस्कर गिरफ्तार नहीं किया जा सका। पुलिस बरामद किए मोटरसाइकिल के नंबर से भी तस्करों का पता लगा रही है। 


फ्लैश बैक
एस.टी.एफ. जालंधर के डी.एस.पी.अजयपाल सिंह को इनपुट मिली थी कि जंडियाला क्षेत्र में 2 ड्रग डीलर बड़े मात्रा में हैरोइन की सप्लाई कर रहे हैं। इस पर उनकी गिरफ्तारी के लिए आज ट्रैप लगाया गया और कांस्टेबल गुरदीप सिंह को फर्जी ड्रग डीलर बना तस्करों के पास भेजा गया। एस.टी.एफ. की टीम गुरदीप सिंह से दूरी बनाए हुए थी। जब गुरदीप सिंह ड्रग तस्करों के पास पहुंचा तो उन्होंने उसे कंसानमैंट देने के लिए अपने साथ मोटरसाइकिल पर बिठा लिया और अपने अड्डे की ओर जाने लगे। दोनों स्मगलरों के बीच में बैठे कांस्टैबल गुरदीप सिंह की डब पर जैसे ही स्मगलर का हाथ लगा तो उसे अहसास हुआ कि उसने पिस्तौल लगा रखी है। बिना देरी किए स्मगलर भांप गया कि वह ट्रैप में आ चुके हैं और उनके बीच बैठा और कोई नहीं बल्कि पुलिस मुलाजिम है। गांव जानिया मोड़ के समीप पहुंचते ही पीछे बैठे ड्रग डीलर ने गुरदीप सिंह की डब में लगी उसकी पिस्तौल निकाली और अपने साथी को मोटरसाइकिल खड़ा करने को कहा। जैसे ही उसमें मोटरसाइकिल खड़ा किया तो दूसरे ने उस पर ताबड़-तोड़ 6 गोलियां दागीं। जिनके खोल एस.टी.एफ. ने मौके से बरामद किए। वारदात करने के बाद दोनों ड्रग तस्कर मोटरसाइकिल वहीं छोड़ मौके से फरार हो गए जिसे पुलिस ने कब्जे में ले जांच शुरू कर दी है।


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