टोल फ्री है पंजाब लेकिन फिर भी बसों में यात्रियों से वसूला जा रहा टैक्स का चार्ज

punjabkesari.in Tuesday, Jan 05, 2021 - 11:47 AM (IST)

होशियारपुर(अमरेन्द्र मिश्रा): वैसे तो सभी को ही पता है कि सड़कों पर लगाए गए टोल प्लाजा पर लिया जाने वाला टोल बसों में सफर करने वाले यात्रियों से ही वसूला जाता है। इसके लिए यात्री को प्रति टोल के कम से कम 5 रुपए अदा करने पड़ते हैं, जो ज्यादा से ज्यादा 8 रुपए लिए जाते हैं। पंजाब में किसानों के प्रदर्शन के कारण सभी टोल प्लाजा पिछले दो महीनों से बंद पड़े हैं। बावजूद इसके सवारियों से आज भी टोल की वसूली की जा रही है। इसका कारण है कि बसों के किराये में टोल को जोड़कर किराया फिक्स किया हुआ है। इसको अब कम नहीं किया गया। इस कारण बसों में सफर करने वाले यात्रियों को हर रोज हजारों रुपए बिना वसूली के ही टोल के रूप में सरकार को देने पड़ रहे हैं। टोल माफ होने से सरकारी और प्राइवेट बस संचालकों को इसका सीधा फायदा पहुंच रहा है।

फिलहाल टोल फ्री चल रहा है पंजाब
कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठन अभी भी टोल प्लाजा पर डटे हुए हैं। सभी टोल प्लाजा से किसान वाहनों को निशुल्क गुजरने दे रहे हैं। कहीं पर टोल नहीं देना पड़ रहा है। जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे किसानों ने टोल प्लाजा पर धरने देकर संचालकों की परेशानी बढ़ा दी है। ज्यादातर टोल प्लाजा में गाड़ियों से शुल्क नहीं लेने दिया जा रहा। इससे लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। टोल बैरियरों पर किसानों ने धरने लगा तो रखें हैं लेकिन हाईवे पर ट्रैफिक सुचारू है।

PunjabKesari, tax charged from passengers

सरकार ने 31 दिसम्बर तक किया है टैक्स माफ
वहीं दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण काल में बसों के बंद होने से उनके नुक्सान की भरपाई के लिए भी पंजाब सरकार की तरफ से 31 दिसम्बर तक रोड टैक्स माफ किया गया था, जिसका काफी फायदा बस संचालकों को हुआ है। राज्य में इन दिनों 1.22 पैसे पर किलोमीटर के हिसाब से टिकट फेयर बनाया जाता है, जिसमें अलग से स्टेट कैरैज परमिट के मुताबिक रास्ते में पड़ने वाले टोल चार्ज को भी जोड़ा जाता है। बिना टोल टैक्स दिए बसों के गुजरने से बस संचालकों को हजारों रुपए प्रति बस के हिसाब से बचत हो रही है जबकि नियमों के मुताबिक अगर बसें टोल नहीं दे रही तो यात्रियों से टोल के पैसे वसूलना भी गलत है।

फास्टैग से बचने को कैश लेन से गुजर रही है बस
टोल प्लाजा पर यह शिकायत भी रहती थी कि फास्टैग लेन से निकलने के कारण कई बसों का टोल टैक्स कट रहा है, जिसके बाद बस आप्रेटरों ने अपनी बसों पर लगे फास्टैग को टेप से ढक दिया और कई बस ड्राइवरों ने इसका हल निकालते हुए कैश लेन से गुजरना भी शुरू कर दिया है।

बहुत कम यात्री व सोशल डिस्टैंस रखने से नहीं हो रही है कमाई
गौरतलब है कि पंजाब में इस समय सरकारी समेत निजी बस ऑपरेटर्स की तरफ से यात्रियों से जो किराया वसूला जा रहा है, उसमें टोल टैक्स भी शामिल है। इस संबंध में बस संचालकों का कहना है कि किसान आंदोलन के चलते तो टोल टैक्स बंद कर दिए गए हैं, लेकिन लॉकडाउन के दौरान वे सरकार से लगातार टोल टैक्स माफ किए जाने की मांग करते रहे, लेकिन तब किसी ने उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया। बेहद कम यात्रियों व सोशल डिस्टैंस का पालन करते हुए लोगों को परिवहन सेवा उपलब्ध करवाई जाती रही। बस ऑपरेटर वही किराया वसूल रहे हैं, जो पंजाब सरकार ने निर्धारित किया है। अगर पंजाब सरकार बिना टोल टैक्स के किराया निर्धारित कर देती है, तो ऑपरेटर वही वसूलेंगे।

रोडवेज की बसों पर लगी है फास्टैग
पंजाब रोडवेज के डिप्टी डायरेक्टर परनीत सिंह मिन्हास ने बताया कि इसके लिए पूरा सिस्टम चेंज करना पड़ता है। जब टोल टैक्स लेना शुरू किया जाएगा तब फिर से इसका बदलाव होगा, लेकिन फिलहाल यात्रियों के टिकट फेयर में कोई कटौती नहीं की है, लेकिन इस पर विचार किया जाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि रोडवेज की सभी बसों पर फास्टैग लगा हुआ है। कई टोल प्लाजा फास्टैग स्कैन कर उनकी बसों से टोल वसूल रहे हैं।


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Sunita sarangal

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