तेहरान में परिवार को बंधक बना कर मांगी 70 लाख फिरौती! जालंधर से जुड़ रहे तार
punjabkesari.in Sunday, Nov 16, 2025 - 03:01 PM (IST)
जालंधर (वरुण): कनाडा जाने के लिए निकले परिवार को इरान के तेहरान में किडनैप करके परिवार से 70 लाख रुपए की फिरौती लेने के मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। नवांशहर की पुलिस ने जालंधर से फिरौती की एक किस्त उठाने वाले व्यक्ति की पहचान भी कर ली लेकिन अभी तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की। हालांकि पीड़ित ने 3 बार जालंधर में पैसे देने पर जालंधर पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर को शिकायत दी लेकिन वह शिकायत भी नवांशहर पुलिस को मार्क कर दी गई। पीड़ित का आरोप है कि पैसे लेने वाला एक व्यक्ति जालंधर का है।
जानकारी देते नवांशहर निवासी धरमिंदर सिंह पुत्र लक्शर सिंह ने बताया कि बिट्टू नाम के एजैंट ने उसे पत्नी व बेटे समेत कनाडा भेजने के लिए 26 लाख रुपए में डील की थी। 23 सितम्बर 2025 को बिट्टू ने उन्हें तुरंत सामान पैक करके चंडीगढ़ आने को कहा जिसके बाद उन्हें चंडीगढ़ से कलकता और फिर दुबई पहुंचा दिया। सात घंटें की स्टे के बाद उन्हें ईरान के तेहरान एयरपोर्ट ले जाया गया जहां उन्हें झांसा दिया कि यहां कुछ समय का स्टे के बाद उन्हें सीधा कनाडा भेजा जाएगा।
आरोप है कि तेहरान के होटल में पहुंचने के कुछ समय बाद कुछ लोग आए और उन्हें किडनैप करके जगलों में एक घर में ले गए। वहां जाकर उनके मोबाइल, गहने, नकदी आदि सब लूट लिया और उन्हें घर फोन करके डेढ़ करोड़ रुपए मंगवाने को कहने लगे। उन्होंने धमकियां दी कि अगर ऐसा नहीं किया तो उन्हें मार कर शरीर के अंग बेच दिए जाएंगे। उनकी मारपीट की वीडियो और ऑडियो बना कर किडनैपरों ने घर भेजे और डेढ़ करोड़ की मांग करने लगे।

पीड़ित का आरोप है कि यह गैंग पाकिस्तानी डोंकर मिट्ठू का था जिनके साथ एजैंट भी मिले हुए थे। किसी तरह वह 70 लाख रुपए जुटा जाए जिसके बाद 27 सितम्बर को 25 लाख, 1 अक्तूबर को 15 लाख और 3 अक्तूबर को दस लाख रुपए उन्हें जालंधर आकर अलग-अलग लोगों को दिए।
धरमिंदर सिंह का कहना है कि उनके परिवार ने पैसे लेने वालों की तस्तीरें भी ली और वीडियो भी बना ली थी। जैसे ही पैसे मिलने के बाद उन्हें छोड़ा गया तो वह तेहरान से टिकटें करवा कर वापस भारत पहुंचे। उन्होंने नवांशहर की पुलिस को पैसे लेने वाले लोगों की तस्वीरों और वीडियो समेत शिकायत भी दी। पैसे उठाने वाले जालंधर के नीतिन मेहरा की पहचान भी कर ली गई लेकिन पुलिस उल्टा उनसे ही 70 लाख रुपए के प्रूफ मांगने लगी। पुलिस ने एक बार भी आरोपी से सख्ती से पूछताछ नहीं की।
हाल ही में धरमिंदर ने जालंधर सी.पी. को भी शिकायत दी लेकिन वह भी नवांशहर पुलिस को मार्क कर दी गई। पीड़ित परिवार का कहना है कि जालंधर में ही इस गैंग के जड़े हैं, जिसे जालंधर पुलिस ही पकड़ सकती है। धरमिंदर ने कहा कि अगर पुलिस सख्ती बरते तो सारे गिरोह का पर्दाफाश हो सकता है और कई लोग विदेश में बंधक बनने से बच सकते हैं।
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