Punjab : बुड्ढे नाले में बढ़ रहे प्रदूषण की जांच को लेकर लुधियाना पहुंची केंद्रीय टीम, की चैकिंग
punjabkesari.in Wednesday, Nov 20, 2024 - 10:05 PM (IST)
लुधियाना (हितेश) : केंद्र सरकार द्वारा बुड्ढे नाले के प्रदूषण की जड़ पकड़ने के लिए भेजी गई टीम बुधवार को ग्राऊंड जीरो पर पहुंची। इस टीम की अगुवाई पर्यावरण विभाग के डायरेक्टर मनीष कुमार कर रहे थे और उनके साथ साइंस एंड टैक्नोलोजी विभाग, जल शक्ति मंत्रालय, नेश्नल इंस्टीटयूट आफ हाईड्रोलाजी, सेंट्रल प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी मौजूद थे। जिनके द्वारा पहले पंजाब सरकार के संबंधित विभागों के अफसरों के साथ मीटिंग की गई। जहां पी.पी.सी.बी. के मेंबर सेक्रेटरी जी.एस. मजीठिया, चीफ इंजीनियर आर.के. रत्तडा, नगर निगम के एडिश्नल कमिश्नर परमदीप सिंह, चीफ इंजीनियर रविंद्र गर्ग, ए.डी.सी. हरजिंद्र सिंह, पेडा, इंडस्ट्री डिपार्टमेंट, सीवरेज बोर्ड व ड्रेनेज विभाग के अफसर शामिल हुए।
मिली जानकारी के मुताबिक इस टीम द्वारा गौशाला श्मशानघाट के नजदीक बुड्ढे नाले में सीधे तौर पर सीवरेज का पानी गिरने वाले प्वाइंट के अलावा जमालपुर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, डाइंग इंडस्ट्री के सी.ई.टी.पी., डेयरी कांप्लैक्स में लगाए गए ई.टी.पी. की साइट विजिट करके वर्किंग व पानी को साफ करने के बाद आ रहे प्रदूषण के लेवल की रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी गई है।
जल शक्ति मंत्रालय द्वारा लिया गया है फैसला
यहां बताना उचित होगा कि जल शक्ति मंत्रालय की सेक्रेटरी द्वारा बुडढे नाले के प्रदूषण के मुददे पर केंद्र व पंजाब के संबंधित विभागों के अफसरों के साथ 7 अक्तूबर को मीटिंग करके सभी पहलुओं पर चर्चा की गई थी। इस दौरान यह बात सामने आई कि एस.टी.पीज की अपग्रेडेशन के अलावा किनारे पर लाइन बिछाकर पंपिंग स्टेशन बनाने पर करीब 650 करोड खर्च करने के बावजूद बुढडे नाले में प्रदूषण का लेवल डाउन नहीं हो रहा है, जिसकी वजह से सतलुज के जरिए मालवा से लेकर राजस्थान तक फैल रही जानलेवा बीमारियों के मददेनजर बुढडे नाले में प्रदूषण की समस्या का समाधान न होने की जड़ ढूंढने का कंट्रोल केंद्र सरकार ने सीधे अपने हाथों में लेने का फैसला किया है। जिसके तहत बुडढे नाले के प्रदूषण की जमीनी हकीकत जानने के लिए केंद्र व राज्य सरकार के अफसरों को शामिल करके ज्वाइंट कमेटी बनाने पर सहमति बनी है।