बोगस बिलिंग का गढ़ बन चुका महानगर, नजरों में GST विभाग

punjabkesari.in Saturday, Jul 13, 2024 - 11:20 AM (IST)

 लुधियाना: बीते दिनों राज्य जी.एस.टी. विभाग द्वारा ‘बोगस बिलिंग’ के एक गिरोह पर कार्रवाई करना सराहनीय, परन्तु यह कार्रवाई नाम मात्र है। बोगस बिलिंग के नैक्सस के जड़े बहुत गहरी हैं और इसमें कई उच्चाधिकारियों के तालमेल की बात सामने आ रही है। सूत्रों के अनुसार महानगर में लगभग 25 से 30 गरोह हैं जो बोगस बिलिंग का काम कर रहे है और अधिकारी कार्रवाई करने को तैयार नहीं। सुनने में आया है कि केवल उसपर ही कार्रवाई की जाती है, जिनकी अधिकारियों के साथ सैटिंग नहीं अन्यथा आप सुरक्षित हैं।

सोचने वाली बात है कि राज्य जी.एस.टी. विभाग से नया जी.एस.टी. नंबर लेना इतना कठिन है कि अधिकारी डीलर से लोहे के चने चबवा देते हैं, ऐसे में महानगर में इतनी भारी मात्रा में फर्जी जी.एस.टी. नंबर होना और बोगस बिलिंग होना कैसे संभव है? बता दिया जाएगा, कि बोगस बिलिंग का बोलबाला इस कदर है कि किसी भी प्रोडक्ट का बिल चंद कमीशन के आधार पर खरीदा जा सकता है और टैक्स चोर कई सौ करोड़ो का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आई.टी.सी.) इन्हीं फर्जी बिलों के जरिए सरकार से प्राप्त कर चुके हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार इन बोगस बिलिंग करने वालों ने हर एक बिल खरीदने वाले को 5-5 फर्में अलॉट की होती हैं, जैसे होजरी वाले को हौजरी की और लोहा व्यापारी को आयरन, स्टील से संबंधित। बता दिया जाए कि 150 रुपए से फर्जी बिल शुरू होकर यह 30 हजार तक की फर्जी फर्म बेच देते हैं। ऐसा नहीं है कि विभागीय अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है बल्कि अधिकारियों को ऐसे बोगस बिलों और ऐसे नैक्सस के काम करने का तरीका मालूम है, परंतु इसके बावजूद कार्रवाई नहीं की जाती।

बता दिया जाए कि लुधियाना के प्रताप चौक (संगीत सिनेमा) , गिल रोड, माधोपुरी, सुंदर नगर, बहादुरके रोड जैसे कई एरिया हैं जहां बोगस बिलिंग के किंगपिन बैठे हैं और सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे हैं। मार्कीट से प्राप्त जानकारी के अनुसार विभाग कि हालही कार्रवाई को कुछ ऐसा देखा जा रहा है जिसमें लोगों का कहना है कि एक बड़े बोगस बिलिंग नैक्सस वाले ने छोटे नैक्सस की टिप अधिकारियों को देकर अपना कम्पीटिशन ख़त्म करवाया जिसमें विभाग को केवल मोहरा बनाया गया। वहीं उक्त के उच्च विभागीय अधिकारियों से अच्छे संबंध होने की बात भी सामने आई है।       

मोबाइल विंग में 2 स्टेट टैक्स ऑफिसरों की सीटें हैं खाली

बोगस बिलिंग का गढ़ बन चुके महानगर की एर किसी भी टैक्स अधिकारी का ध्यान नहीं है। इसका सीधा सा उदाहरण है कि पिछले लंबे समय से रिक्त पड़ी राज्य जी.एस.टी. विभाग लुधियाना के मोबाइल विंग में 2 स्टेट टैक्स ऑफिसरों की सीटें। इतनी महत्वपूर्ण सीटें रिक्त रखने के दो ही कारण हो सकते हैं, हो सकता है, कि उच्च अधिकारियों का लुधियाना जैसे बड़े स्टेशन के राजस्व की परवाह नहीं या खुद अधिकारी ही सरकारी खजाने को लुटता देखना चाहते हैं।

प्राप्त डाटा के मुताबिक लुधियाना प्रतिदिन रोड ट्रांसपोर्ट के जरिए और रेलवे के रास्ते करोड़ों का गुटखा आ रहा है। यहीं नहीं पासर माफ़िया रेलवे स्टेशन पर इस कदर सक्रिय है कि दिन में 300 से 400 नग रोजाना बिना बिल के आ-जा रहे है, परन्तु अधिकारी जैसे कार्रवाई करना ही भूल चुके हैं।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकारी केवल गिनी चुनी कार्रवाई करते है और जिन डीलर के पास बिल मौजूद होते है, उन्हें पकड़ कर परेशान करते है और कुछ नहीं। वहीं पासर रेलवे स्टेशन पर अपनी मर्जी चला रहे हैं और ट्रांसपोर्ट अधिकारियों की छत्रछाया में सड़को पर बिना बिल व बोगस बिल के सहारे सरकार को चूना लगा रहे है।

लुधियाना स्टेशन पर टैक्स चोरी का पता होने के बावजूद कोई अधिकारी रैगुलर चैकिंग नहीं करते, केवल कार्रवाई करने का ढोंग करते है। इक्का-दुक्का कार्रवाई कर, बोगस बिलिंग और टैक्स चोरी करने वाले बड़े मगरमच्छों को अनदेखा करते हैं। वहीं एक सूत्र धारक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अधिकारियों का मंथली तय है।

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News Editor

Urmila

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