सिद्धू पर भारी पड़ा हाईकमान, पहली सूची में ही विरोधी किए चारों खाने चित्त

punjabkesari.in Sunday, Jan 16, 2022 - 12:15 PM (IST)

चंडीगढ़ (अश्विनी कुमार): कांग्रेस हाईकमान ने 86 उम्मीदवारों की पहली सूची का ऐलान करके पंजाब कांग्रेस के किले में सेंध लगने के खतरे को काफी हद तक टाल दिया है। हाईकमान ने जिस ढंग के साथ स्थिति संभाली है, इस लिहाज के साथ पहली सूची के साथ ही विरोधी भी चारों खाने चित्त कर दिए हैं। इस सूची में काफी चेहरे हैं, जो पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के करीबी माने जाते रहे हैं। माना जा रहा था कि इस बार पंजाब विधानसभा मतदान में कांग्रेस हाईकमान इनकी दावेदारी पर कैंची चला सकती है परन्तु ऐसा नहीं हुआ। कुछ चुनिंदे विधायकों को छोड़ कर कांग्रेस ने अमूमन विधायकों की टिकट पक्का कर दी। इससे पहले तक पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू दावा करते रहे हैं कि इस बार मतदान में कई विधायकों की टिकट कट सकती है। पंजाब कांग्रेस के जनरल सचिव परगट सिंह ने तो बीते दिनों यहां तक कह दिया था कि पहली सूची में 15 से 20 विधायकों की टिकट काटी जा सकती हैं।

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इससे उलट, कांग्रेस हाईकमान ने न सिर्फ ज्यादातर मौजूदा विधायकों पर विश्वास जताया है बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन के करीबी बोले जाने वाले उम्मीदवारों को टिकट देने में संकोच नहीं किया इसलिए कहा जा रहा है कि टिकट बांटने में कांग्रेस हाईकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू की ज्यादा परवाह न करते हुए सिर्फ पंजाब कांग्रेस का दुर्ग बचाने की ओर ध्यान दिया।
राजनीतिक माहिरों की मानें तो कांग्रेस हाईकमान की कोशिश उत्तर प्रदेश में भाजपा जैसी स्थिति से बचने की है। उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक भाजपा के कई मंत्री पार्टी का पल्ला छोड़ चुके हैं, जिसके चलते भाजपा का पूरा चुनावी हिसाब गड़बड़ाने की स्थिति में पहुंच गया है। इसके चलते कांग्रेस हाईकमान ने पंजाब में ऐसी स्थिति पैदा होने से पहले ही मौके की नजाकत को भांपते हुए टिकटें बांटने की पूरी कमान खुद संभाली है जिससे पंजाब में पार्टी को टूटने से बचाया जा सके।

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इस एक तीर के साथ कांग्रेस हाईकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह पर भी निशाना साधा है। कैप्टन ने नई पार्टी बनाने के साथ दावा किया था कि पंजाब कांग्रेस के कई नेता उनके संपर्क में हैं और चुनाव संहिता लगने के बाद असली तस्वीर सामने आ गई। हालांकि चुनाव संहिता के बाद भी विधायकों ने कैप्टन की तरफ रुख नहीं किया। लिहाजा माना जा रहा था कि कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची जारी होने पर जिन विधायकों की टिकटे कटेगी, वह कैप्टन या भाजपा का पल्ला पकड़ सकते हैं। मोगा से मौजूदा विधायक हरजोत कमल की टिकट कटने पर ऐसा ही हुआ और उन्होंने भाजपा का पल्ला पकड़ लिया परन्तु हरजोत कमल की प्रविष्टि कैप्टन और भाजपा की उन उम्मीदों के मुताबिक नहीं है, जिसकी उम्मीद कैप्टन और भाजपा के नेता लगाए बैठे थे। साफ है कि कांग्रेस हाईकमान ने पहली सूची के साथ ही विरोधियों को काफी हद तक चारों खाने चित्त कर दिया है। 

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News Editor

Urmila

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