एक महीने पहले ही दुबई गई लड़की की दर्दनाक मौत, विधवा मां का रो-रो कर बुरा हाल
punjabkesari.in Tuesday, Jan 05, 2021 - 05:23 PM (IST)

अमृतसर (संधू): अपने परिवारों को आर्थिक मंदहाली में से निकालने के लिए अपने घर,ज़मीनें गिरवी रख खाड़ी मुल्कों में मज़दूरी करने गए लोगों की हर मुश्किल घड़ी में रहबर बन सेवा रूपी मदद करन वाले दुबई के प्रसिद्ध कारोबारी और सरबत का भला ट्रस्ट चैरिटेबल ट्रस्ट के सरप्रस्त डा. एस.पी.सिंह ओबराए के बड़े यत्नों से जालंधर शहर के साथ संबंधी 22 साल की मीनू पुत्री मंगेश कुमार का मृतक शव आज दुबई से श्री गुरु रामदास अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे अमृतसर में पहुंचा।
इसकी जानकारी देते सरबत का भला चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक डा. एस.पी.सिंह ओबराए ने बताया कि मीनू एक महीना पहले ही अपने परिवार के आर्थिक हालातों को सुधारने की कोशिश में दुबई मेहनत मजदूरी करने के लिए पहुंची थी कि कुछ दिन बाद ही उसकी बीमार होने उपरांत मौत हो गई। उन्होंने बताया कि भारतीय दूतावास ने उनके साथ संपर्क कर बताया था कि पंजाब से संबंधी एक लड़की की दुबई में मौत हो गई है परन्तु उस के वारिसों के बारे में कुछ पता नहीं लग रहा।
उन्होने बताया कि इस लड़की के बारे में सारी जानकारी एकत्रित करने के उपरांत उन्होंने ट्रस्ट के दोआबा जोन के प्रधान अमरजोत सिंह के द्वारा पुलिस की मदद के साथ जालंधर रहती उसकी अकेली विधवा माँ के साथ संपर्क कर उन्हें मीनू की मौत से अवगत करवाया। उन्होंने यह भी बताया कि उनको मिली जानकारी अनुसार मीनू एक महीना पहले ही दुबई आई थी और यहाँ पहुँचने के कुछ दिन बाद ही वह बीमार हो गई परन्तु उसे यहाँ लाने वाले लोगों की तरफ से उसका इलाज करवाने की बजाय उस पर रहती बकाया राशि देने का ही दबाव बनाया जाता रहा। उन्होंने बताया कि जब उसे आखिर अति नाजुक हालत में अस्पताल दाख़िल करवाया गया तो उसकी मौत हो गई।
जिस उपरांत उन्होंने भारतीय दूतावास के बड़े सहयोग की वजह से सारी जरूरी कागज़ी कार्यवाही मुकम्मल करवा कर आज मीनू का मृतक शरीर ला कर ट्रस्ट की अमृतसर इकाई के प्रधान सुखजिन्दर सिंह हेर,जनरल सचिव मनप्रीत संधू,वित्त सचिव नवजीत सिंह घई और मीत प्रधान शिशपाल सिंह लाडी की मौजुदगी में हवाई अड्डे से प्राप्त कर कर ट्रस्ट की ही एंबुलेंस के द्वारा जालंधर को रवाना कर दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस लड़की की मृतक देह घर तक पहुँचाने, संस्कार आदि रस्मों करने का ख़र्च भी ट्रस्ट उठाऐगा और इस परिवार की बहुत बुरी आर्थिक हालत होने के कारण इसकी विधवा मां को ट्रस्ट की तरफ से घर के गुज़ारे के लिए 2 हज़ार रुपए प्रतिमाह पैंशन भी दी जाएगी।
डा. ओबेरॉय ने बताया कि वह अब तक 216 बदनसीब लोगों के मृतक शरीर वारिसों तक पहुँचा चुके हैं। उन्होने माँ-बाप से अपील करते कहा कि वह पूरी तरह जांच पड़ताल करने उपरांत ही अपने बच्चों को विदेशों में भेजे।
ज़िक्रयोग्य है कि आज हवाई अड्डे पर लड़की का मृतक शरीर लेने के लिए पारिवारिक मैंबर की ग़ैर मौजुदगी में ट्रस्ट के सेवकों की तरफ से निभाई जा रही सेवाओं देख हर कोई नम आंखों के साथ डा. एस.पी.सिंह ओबेरॉय की तरफ से किए जाते ऐसे कामों के लिए उनको दिल से दुआएं दे रहा था।